औरंगाबाद: आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के समधी एवं उनकी बेटी रोहिणी आचार्य (Rohini Acharya) का ससुराल हिछन बिगहा गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा. यहां हथियारबंद अपराधियों ने शुक्रवार (14 अप्रैल) की देर रात अरवल के पूर्व विधायक रहे रविंद्र सिंह के छोटे बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी और फरार हो गए.


पूर्व विधायक के बेटे की पहचान कुमार गौरव उर्फ दिवाकर के रूप में की गई है. घटना के बाद हरकत में आई पुलिस ने शव को गांव के ही दलान के पुआल के गांज से बरामद किया है. घटना के बाद दाउदनगर एसडीपीओ कुमार ऋषि राज ने बताया कि मौके से दो खोखा बरामद किए गए हैं. डॉग स्क्वायड की टीम की मदद से हत्या के सुराग खोजे जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि शनिवार (15 अप्रैल) की दोपहर एफएसएल की टीम आकर पूरे मामले की जांच करेगी. फिलहाल घटनास्थल पर पुलिस कैंप कर रही है. पुलिस ने शव को सदर अस्पताल लाया. पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है.



पूर्व विधायक का बेटा दिवाकर गांव में ही रहकर खेती करता था. उसने मुर्गी फार्म भी खोल रखा था. इसी कारण वह पास के ही दलान में हर दिन सोता था. शुक्रवार की रात वह अपने दलान में सोने गया ही था कि पूर्व से घात लगाए अपराधियों ने गोलियों से भून दिया, जिससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई.


मां ने लगाया अपने पति पर हत्या कराने का आरोप


अपने बेटे के शव का पोस्टमार्टम कराने आई मां ऊषा शरण ने इस हत्या का आरोप अपने पति पर मढ़ डाला. बताया कि उनके पति वर्ष 1995 में जनता दल से अरवल के विधायक बने थे. विधायक बनने के बाद उनका एक महिला के साथ नाजायज संबंध हो गया, जिसके कारण वह अपने पति से अलग होकर बच्चों के साथ रहने लगीं. विवाद लगातार चलता रहा. बेटे ने भी इसका काफी विरोध किया और अंत में उन्होंने अब उसकी हत्या करवा दी.



मां ने की गिरफ्तारी की मांग


ऊषा शरण ने बताया कि पूर्व विधायक ने पांच शूटरों की मदद से इस घटना को अंजाम दिया है. उन्होंने इस पूरे मामले में पति को गिरफ्तार कर कार्रवाई की मांग की है. इस मामले में थानाध्यक्ष अंजनी कुमार ने बताया कि मामले में ऊषा शरण का बयान लिया जा रहा है. इसके बाद बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.


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