पटना: बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से लोग मामले की सीबीआई जांच और बिहार में अभिनेता के नाम पर फिल्मसिटी के निर्माण की मांग कर रहे हैं. ऐसे में पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने रविवार को राजधानी पटना में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस कहा कि " मैं इसबात के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं कि आपने पहल की बिहार की जनता के तरफ से और किसानों के सहयोग से सुल्तानगंज में एक फिल्म सिटी के निर्माण की प्रक्रिया कल से शुरू कर दी जाएगी. हम सभी जानते हैं कि जनता के सहयोग से जो भी काम होता है वो सफल होता है. सरकारी काम में विलंभ ही नहीं होता बल्कि वो उतना सफल भी नहीं होता. इसलिए मुझे पूरा विश्वास है ये जो पहल आपलोगों ने की है उसमें आपको सफलता मिलेगी. "


उन्होंने कहा कि "जनसाधारण के सहयोग से जल्द एक बहुत ही भव्य फिल्म सिटी का निर्माण सुलतानगंज में होगा, इस फ़िल्म सिटी का नाम सुशांत सिंह राजपूत के नाम पर रखा जाएगा. सुशांत सिंह राजपूत फिल्म सिटी इसका नाम होगा. आज हम सुशांत सिंह राजपूत के नाम की चर्चा इसलिए नहीं कर रहे हैं कि उनकी हत्या हो गई मुंबई में बल्कि इसलिए भी कर रहे हैं कि हम सब मानते हैं इस बात को कि सुशांत सिंह राजपूत बिहार आदर्श हैं और अचानक इतने कम आयु में हमारे बीच से उनका चले जाना एक अत्यंत मर्माहत करने वाला विषय है."


यशवंत ने कहा कि "हमें लगा कि उन्हें एक ऐसी श्रद्धांजलि दिया जाए जो बिहार के गौरव को सूट करती हो. इस मामले में सबसे उत्तम होगा कि देश की सर्वोच्च संस्था इसकी जांच करे और इसमें अब कोई कानूनी अड़चन नहीं इसलिए हमलोग मांग करते हैं कि जहां एक ओर बिहार के इस गौरव, बिहार के इस सपूत को श्रद्धांजलि देते हुए उनके याद को बराबर ताजा रखने के लिए यहां सुल्तानगंज में फिल्मसिटी का निर्माण होगा. वहीं दूसरी ओर हमलोग मांग करते हैं कि आज ही मुख्यमंत्री को भारत सरकार को पत्र लिखना चाहिए और सीबीआई जांच इसमे करानी चाहिए तभी दूध का दूध और पानी का पानी होगा".


उन्होंने कहा कि " बिहार ही नहीं पूरे देश की जनता इस बात को उठाने लगी है कि क्या सचमुच में सुशांत सिंह की हत्या हुई है, और इसकी जांच देश की सबसे बड़ी एजेंसी सीबीआई से करानी चाहिए. सब लोगों ने इसकी मांग की है, बीजेपी के लोग जो बिहार में है, यहां तक कि उप मुख्यमंत्री ने भी मांग की है कि जांच सीबीआई से होनी चाहिए, अब इसमें महाराष्ट्र सरकार को सीबीआई को सौंपने में क्या संकोच है ये मैं समझ नहीं पा रहा हूँ कि क्यों वो इस बात को स्वीकार करते हैं कि जांच सीबीआई को सौंप दी जाए.


उन्होंने कहा कि "अब जो डेवलपमेंट हुआ है उसको अगर हमलोग कानूनी दृष्टिकोण से भी देखें तो मैं मानता हूं कि महाराष्ट्र का जो भी निर्णय है वो अप्रासंगिक है क्योंकि FIR पटना में दर्ज हुआ है, जिसे सुशांत सिंह के पिता द्वारा दर्ज कराया गया है, और उसी के आधार पर देश के कानून के अनुसार ही बिहार पुलिस की टीम मुंबई गई हैं तहकीकात करने. बिहार के डीजीपी का स्टेटमेंट आया है कि बिहार पुलिस के साथ मुंबई में बदसलूकी हुई है जो एक दुखद बात है, लेकिन बिहार के मुख्यमंत्री का ये कहना मीडिया के माध्यम से की अगर सुशांत सिंह के पिता चाहेंगे तो हम केस सीबीआई को सौपेंगे."


ऐसे में " मैं सवाल पूछना चाहता हूं कि क्या नीतीश कुमार जी ने अपने किसी प्रतिनिधि को भेजा कि वो सम्मानजनक रूप से उनके पिता के पास जाए और पूछे कि उनकी क्या मंशा है. ये मीडिया के माध्यम से बातें करते हैं जबकि ये एक संवेदनशील मामला है और इसमे सीधी बात होनी चाहिए, मेरा मानना है कि इसमे नीतीश जी को स्वयं जाना चाहिए था ये पूछने की उनकी क्या मंशा है. उसके बाद सीबीआई को जांच सौपना चाहिए क्योंकि अब जो अधिकार क्षेत्र की बात होती है तो ये मामला बिहार सरकार के क्षेत्र अधिकार में आ गया क्योंकि FIR यहां दर्ज हुआ है, इसलिए अगर यहां की सरकार चाहे तो आज दो घंटे के भीतर भारत सरकार और सीबीआई को पत्र लिखकर कह सकते हैं कि इसकी जांच सीबीआई से कराई जानी चाहिए इसमें कोई भी कानूनी अड़चन नहीं है."


यशवंत ने कहा कि " हम मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री से ये बात कहते हैं कि वो तत्काल इस बात की घोषणा करें, जो शिकायत कर्ता है उसकी मनसा का इंतजार किये बगैर, ये मामला संगीन है और बिहार के इज्जत से जुड़ा मामला है, पूरी फिल्म इंडस्ट्री का काम करने का जो तरीका है उससे जुड़ा हो."


वहीं, अरुण कुमार ने कहा कि राज्य सरकार सोई हुई थी और हमलोग लगातार इसपर काम कर रहे थे. सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे. अभी एबीपी न्यूज में सुशांत सिंह के वकील विकास सिंह का इंटरव्यू पढ़ा कि सुशांत सिंह के पिता राजीव नगर थाने से लेकर डीजीपी तक गुहार लगायी पर उनका FIR दर्ज नहीं हुआ और उसके बाद विकास सिंह ने संजय झा बिहार सरकार के मंत्री को घन्टो समझाया तब मंत्री जी ने नीतीश कुमार को अवगत कराया कि इसकी जांच होनी चाहिए तब जाकर FIR दर्ज हुआ तो यहां FIR दर्ज कराने के लिए भी वकील की जरूरत पड़ती है.


उन्होंने कहा कि " आज भी बयान पढ़ा है कि यदि उनके पिता कहेंगे तो सीबीआई जांच कराएंगे. यह मामला पूरे बिहार का अस्मिता का है. ये मामला इतना संवेदनशील है कि जो कला प्रेमी हैं, वो पूरे देश भर में दुनिया भर के लोग कह रहे हैं कि बॉलीवुड अपराधियों के सिकंजे में है और जो नए कलाकार हैं उनकी कई तरह के षड्यंत्र के साथ हत्या कर दी जाती है या वो समझौता कर लेते हैं तो ऐसे संवेदनशील मामले पर भी आप पूछ रहे हैं सीबीआई जांच के लिए बीजेपी के लोग कह रहे हैं कि सीबीआई जांच कराएंगे तो कोई कुछ कह रहा है.