पटना: बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने सोमवार को पीएमसीएच यानि पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल की नयी बिल्डिंग का शिलान्यास किया. इस अस्पताल को पुनर्विकसित करने में स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत 5540 करोड़ रुपए की लागत बतायी गयी है. बिहार सरकार ने दावा किया है कि बेड के मामले में ये दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल होगा.


बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि ''मैं दिल से कहूं तो मै बहुत रोमांचित हूं. जो सपना हमने मुख्यमंत्री के नेतृत्व में देखा था वो अब साकार हो रहा है.'' उन्होंने आगे कहा कि ''जब मैं स्वास्थ्य मंत्री बना तब मुख्यमंत्री जी से चर्चा हुई कि पटना मेडिकल कॉलेज को वर्ल्ड क्लास बनाना है. मुख्यमंत्री ने इस सपने को साकार करने का आदेश दिया. लोग पूरे देश से इलाज कराने यहां आते थे. आज भी अफगानिस्तान और अफ्रीका से लोग इलाज कराने आते हैं. जो 1925 में उस कॉलेज की छवि थी उस छवि को दोबारा स्थापित करने का प्रयास हमने शुरू किया.''


मंगल पांडेय ने कहा, ''ये अस्पताल 7 साल के निश्चित समय में बनकर तैयार होगा. तब हमारी विकसित बिहार की परिकल्पना पूरी होगी. जब इस मेडिकल कॉलेज का 100 वर्ष पूरा होगा तब तक इस परियोजना का 1st फेज पूरा हो चुका होगा.''


2003 में इस अस्पताल की पहली डिजाइनिंग की लकीर खींची गई


स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ''इस अस्पताल की डिजाइनिंग के लिए देश के बड़े-बड़े अस्पतालों का मुआयना किया गया ताकि इसे वर्ल्ड क्लास बनाया जा सके. सारी सुविधाओं और व्यवस्थाओं को ध्यान में रखा गया ताकि ये हॉस्पिटल वर्ल्ड क्लास बन सके. ये परियोजना 7 साल में पूरी होगी.'' उन्होंने दावा किया कि ''5462 बेड का ये अस्पताल दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा बेड वाला अस्पताल बन कर तैयार होगा. पहला 10,000 बेड का अस्पताल ताइवान में है. हम चीन से बड़े अस्पताल बनाने में सफल होंगे. ये ऐतिहासिक पल है.''


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