Bihar News: समस्तीपुर में दो आर्मी जवान समेत चार की मौत, पांच इलाजरत, जहरीली शराब से घटना की आशंका
बिहार के समस्तीपुर में मरने वालों में आर्मी के दो जवान भी शामिल हैं. जबकि पांच अन्य का अलग-अलग जगहों पर इलाज चल रहा है. इनमें से तीन की स्थिति नाजुक बनी हुई है. मौत से हड़कंप मचा हुआ है.
समस्तीपुर: बिहार के गोपालगंज, बेतिया, मुजफ्फरपुर और सीवान में बीते दिनों कथित रूप से जहरीली शराब पीने से 50 से अधिक लोगों की मौत हो गई है. इस घटना के बाद सियासी बवाल मचा हुआ है. इसी बीच प्रदेश के समस्तीपुर से भी चार लोगों के संदिग्ध स्थिति में मरने की बात सामने आ रही है. मिली जानकारी अनुसार जिले के पटोरी थाना क्षेत्र के रुपौली पंचायत में चार लोगों की संदिग्ध स्थिति में मौत से हड़कंप मचा हुआ है.
जहरीली शराब से मौत की आशंका
मरने वालों में आर्मी के दो जवान भी शामिल हैं. जबकि पांच अन्य का अलग-अलग जगहों पर इलाज चल रहा है. इनमें से तीन की स्थिति नाजुक बनी हुई है. मृतकों की पहचान बीएसएफ के सब इंस्पेक्टर विनय कुमार सिंह, आर्मी जवान मोहन कुमार, किसान श्यामनंदन चौधरी व वीर चंद्र राय के रूप में की गई है. इधर, घटना के पीछे जहरीली शराब से मौत की आशंका जताई जा रही है. हालांकि, जहरीली शराब से मौत की आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं की जा रही है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.
मालूम हो कि बीते तीन दिनों में 50 से भी अधिक लोगों कथित जहरीली शराब पीने की मौत हुई है. जबकि प्रशासन ने 34 मौत की ही पुष्टि की है. वहीं, कई अब भी अस्पताल में जिंदगी के लिए संघर्ष कर रहे हैं. कुछ लोगों के आंखों की रोशनी भी चली गई है. इधर, मुख्यमंत्री ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
मुख्यमंत्री ने कार्रवाई का दिया निर्देश
दरअसल, बिहार में कथित जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत के बाद जारी विवाद के बीच शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी को लेकर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की थी. इस दौरान मुख्यमंत्री ने हाल की घटनाओं पर काफी नाराजगी जाहिर करते हुए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि गड़बड़ी करने वाले अधिकारियों और कर्मियों को चिन्हित कर उन पर कड़ी कार्रवाई करें.
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि शराबबंदी को सरकार ने सख्ती से लागू किया है. जो भी इसे कमजोर करने में लगे हैं, उनकी पहचान कर उन पर कठोर कार्रवाई करें. कोई भी गड़बड़ करने वाला किसी भी स्थिति में बचे नहीं. मद्य निषेध विभाग और पुलिस मुख्यालय रोजाना बैठक कर इसकी समीक्षा करे. हाल के दिनों में जहां-जहां घटनायें घटी हैं, वहां दोषी लोगों पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित हो.
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