छपरा: जिले के मशरक प्रखण्ड के कई पंचायत के लोग बाढ़ की त्रासदी झेल रहे हैं. वहीं सरकार की ओर से उचित मदद नहीं मिलने से वे काफी नाराज हैं. ऐसे में बाढ़ के पानी से बेहाल ग्रामीणों के सब्र का बांध टूट गया और उन्होंने राहत और जीआर की राशि नहीं मिलने की वजह से गुरुवार को मशरक अंचल कार्यालय पहुंचकर जमकर बवाल काटा.


सैकड़ों बाढ़ पीड़ित गुरुवार की दोपहर मशरक अंचल कार्यालय पहुंचे और अपनी परेशानी बताने के लिए आपदा प्रभारी पदाधिकारी को खोजने लगे. लेकिन कार्यालय में बैठे पदाधिकारी बाहर नहीं निकले, जिससे आक्रोशित ग्रामीणों ने प्रशासन और सरकार विरोधी नारे लगाते हुए हंगामा करना शुरू कर दिया.


इधर, खुद को आपदा से मुक्त बताते हुए मशरक सीओ और बीडीओ ने प्रखण्ड कार्यालय परिसर में प्रदर्शन की पुलिस को सूचना दी. सूचना पाकर थानाध्यक्ष रत्नेश कुमार वर्मा ने अशोक कुमार चौधरी और श्यामबिहारी पांडेय को दलबल के साथ मौके पर भेजा. लेकिन बाढ़ पीड़ितों के आक्रोश के आगे सभी घंटों बेहाल रहे. फिर स्थानीय लोगों के प्रयास से काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने हंगामा शांत कराया.


बाढ़ पीड़ितों की शिकायत थी कि बाढ़ के दौरान राहत का बंदरबाट कर, प्रशासन जीआर की राशि के लिए परेशान कर रही है. कई लोग गांव में घूमकर जीआर की राशि भेजने के लिए नजराना मांगते हैं. कुछ लोगों ने राशि दी तो उनका पैसा खाते में आ गया है. बता दें कि प्रदर्शनकारियों में काफी संख्या में महिलाएं अपने छोटे बच्चों के साथ शामिल थीं. उनके अतिरिक्त कई अन्य लोग भी शामिल थे.