मधुबनी: पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (jItan ram Manjhi) के संबंध में विवादित बयान देने के बाद सुर्खियों में आए निष्कासित बीजेपी नेता गजेंद्र झा (Gajendra Jha) ने शनिवार को पंडौल से एक जुलूस निकाली. इस दौरान उन्होंने एक बार फिर मांझी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जीतन राम मांझी कहते हैं कि वे सौ बार ब्राह्मणों को गाली देंगे. तो वो ये जान लें कि ऐसा करने पर हम उनकी जीभ के सौ टुकड़े कर देंगे. वहीं, उन्होंने बीजेपी जिलाध्यक्ष शंकर झा (Shaker Jha) पर भी हमला बोला. उन्होंने कहा कि उनकी औकात नहीं है कि वे मुझे पार्टी से निकाल सकें. वे प्रदेश के नेता हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी उन्हें दल से निकाल सकती है, लेकिन लोगों के दिल से नहीं.


भोज के लेकर कही ये बात


वहीं, 27 दिसंबर को जीतन राम मांझी द्वारा आयोजित ब्राह्मण-दलित एकता भोज पर उन्होंने कहा, " उस भोज में जाने वाले ब्राह्मण अपने धर्म और अपने कुल की मर्यादा को नष्ट करेंगे. अब क्या मांझी तय करेंगे कि ब्राह्मण होने का मापदंड क्या होगा? यदि मांझी बिना शर्त माफी मांग लेते हैं, तो 27 दिसंबर को होने वाले उनके भोज में मैं भी जाऊंगा. उनके साथ मैं भी खाना बनाऊंगा और खाऊंगा."


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मांझी ने पहले भी की थी ये गलती


गजेंद्र झा ने कहा, " मांझी ने यह पहली बार गलती नहीं की है. पहले भी उन्होंने राम के अस्तित्व को नकारा था. फिर उन्होंने हिंदू के अस्तित्व को नकारा और अब वह ब्राह्मण समाज को गाली दे रहे हैं. इसलिए हमने उनके नाम से राम का नाम हटा दिया है. अपने एलान पर वे अपने बयान पर आज भी कायम है. ऐसे में मांझी के इस बयान को कोई भी सनातनी धर्म को मानने वाला व्यक्ति बर्दाश्त नहीं करेगा. जब तक वे बिना शर्त माफी नहीं मांगते हैं, तब तक उन्हें माफी नहीं मिलेगी."


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