Ganesh Chaturthi Puja 2024: गणेश चतुर्थी को लेकर तैयारी शुरू हो गई है. कहीं लोग मूर्ति खरीद रहे हैं तो कहीं पंडाल और बाकी चीजों की व्यवस्था की जा रही है. बिहार के गया भगवान गणेश की मूर्ति मुंबई से लाई गई है. बकायदा इसके लिए गणपति बप्पा का रिजर्वेशन कराया गया और वह सीट पर बैठकर आए. सात सितंबर को स्थापना होगी. हावड़ा-मुंबई मेल एक्सप्रेस के स्लीपर क्लास के कोच एस-1 में और बर्थ संख्या-46 पर सवार होकर गणपति बप्पा बिहार पहुंचे हैं.


गया शहर के बैरागी पावरगंज में 7 सितंबर को गणपति बप्पा विराजमान होंगे. इसके बाद पूजा होगी और फिर लोग दर्शन कर सकेंगे. 12 सितंबर तक गणपति उत्सव मनाया जाएगा. मुंबई से मूर्ति लेकर गया पहुंचने वाले देवोत्तम कुमार ने शुक्रवार (30 अगस्त) को बताया कि वह पिछले सात वर्षों से पावरगंज मोहल्ले में गणपति उत्सव का आयोजन करते आ रहे हैं. 


756 प्रकार के व्यंजन का लगाया जाएगा भोग


देवोत्तम कुमार की गणपति बप्पा के प्रति इतनी श्रद्धा और आस्था है कि उन्होंने मुंबई जाकर आकर्षक और मनमोहक प्रतिमा खरीदी. तीन फीट की प्रतिमा को लाने के लिए उन्होंने अपने साथ गणपति बप्पा की भी टिकट बुक कराया. उम्र आठ साल लिखा और नाम में उन्होंने गणपति जी महाराज लिखा था. देवोत्तम कुमार ने बताया कि आठ सितंबर को 756 प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया जाएगा. 


पिछली बार टूट गई थी मूर्ति तो इस बार ट्रेन से लाया


ट्रेन से मूर्ति लाने के पीछे की वजह को भी देवोत्तम कुमार ने बताया. उन्होंने कहा कि ट्रांसपोर्ट से पिछली बार उन्होंने मूर्ति मंगाई थी, लेकिन वह थोड़ी टूट गई थी. इसके बाद गया में ही मूर्तिकारों ने मरम्मत किया था. इसके बाद ही उन्होंने सोचा कि ट्रेन से गणपति बप्पा की प्रतिमा लाई जाए. इसलिए अपने साथ मूर्ति के लिए भी उन्होंने सीट को बुक कराया. 


पूजा-पाठ को लेकर कहा कि गणपति उत्सव के दौरान हर दिन अलग-अलग तरह के मोदक का भोग लगाया जाएगा. आसपास के क्षेत्रों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन-पूजन के लिए आते हैं. अंतिम दिन भंडारा होता है. वहीं ट्रेन में बर्थ पर गणपति बप्पा की प्रतिमा को देख कई यात्री आश्चर्यचकित थे.


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