पटना: वाराणसी से डिब्रूगढ़ के लिए रवाना हुआ गंगा विलास क्रूज सोमवार को छपरा में फंस गया. डोरीगंज में गंगा नदी में पानी कम होने की वजह से क्रूज को किनारे पर लाने में मुश्किल हो गया है. सूचना मिलने के बाद प्रशासन अलर्ट हुआ और एसडीआरएफ की टीम छोटी नाव के जरिए सैलानियों को चिरांद लाने की कोशिश में जुट गई. गंगा विलास क्रूज दुनिया की सबसे लंबी नदी यात्रा पर निकला है. तीन-चार दिन पहले ही इस क्रूज को पीएम मोदी (PM Modi) ने वाराणसी से लॉन्‍च किया था.


बताया जाता है कि ये सैलानी चिरांद के पुरातात्विक महत्व को देखेंगे. छपरा से 11 किलोमीटर दक्षिण पूर्व में डोरीगंज बाजार के पास स्थित चिरांद सारण जिले का सबसे महत्वपूर्ण पुरातत्व स्थल है. छपरा में जैसे ही गंगा विलास क्रूज पहुंचा तो नदी में पानी कम होने की वजह से किनारे पहुंचने में परेशानी होने लगी. एसडीआरएफ की टीम तुरंत एक्टिव हो गई है. 






चिरांद में सैलानियों के लिए व्यवस्था


छपरा के सीओ सतेंद्र सिंह ने बताया कि चिरांद में सैलानियों के लिए पर्याप्त व्यवस्था की गई है. घाट पर एसडीआरएफ की टीम तैनात है ताकि किसी तरह की अप्रिय स्थिति पर तुरंत एक्शन लिया जा सके. उन्होंने यह भी कहा कि पानी कम होने के कारण क्रूज को किनारे लाने में दिक्कत हो रही है. ऐसे में छोटे नाव के जरिए सैलानियों को लाने का प्रयास किया जा रहा. प्रशासन की टीम पूरी तरह से लगी है. 


बक्सर में ढोल-नगाड़े के साथ स्वागत


इधर, गंगा विलास क्रूज जब बक्सर पहुंचा तो यहां ढोल-नगाड़े से सैलानियों का स्वागत किया गया. इस क्रूज पर देसी और विदेशी मिलाकर कुल 31 सैलानी सवार हैं. बक्सर शहर घूमने के बाद सैलानी वापस क्रूज पर चले आए. भारतीय जलमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों की मानें तो गंगा विलास भारत में निर्मित पहला जलयान है. ये आधुनिक सुविधाओं से लैस और पूरी तरह से सुरक्षित है.


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