बिहारः कोरोना को हराने में जुटा ‘गया नगर निगम’, बिना कमाई खर्च कर दिए गए एक करोड़ रुपये
गया नगर निगम की आय निगम क्षेत्र के घरों के द्वारा होल्डिंग टैक्स व अन्य टैक्सों के जरिए होती है जो लॉकडाउन व कोरोना काल में काफी कम है. इसके बावजूद नगर निगम कोरोना वायरस को खत्म करने का लगातार प्रयास कर रहा है.
गयाः कोरोना के बढ़ते संक्रमण को खत्म करने के लिए गया नगर निगम ने कमर कस लिया है. पिछले लॉकडाउन में ड्रोन से गया शहर को सैनिटाइज किया गया था तो इस बार सोडियम हाइपोक्लोराइट केमिकल से खुद मेयर, डिप्टी मेयर व निगमकर्मी सैनिटाइजेशन में जुटे हैं. इस बार पिछले 45 दिनों से गया शहर के सभी सड़कों से लेकर हर घर को सैनिटाइज किया जा रहा है.
सैनिटाइजेशन अभियान के दौरान डिप्टी मेयर खुद कोरोना संक्रमित भी हुए थे. इस बार खुद पीपीई किट पहन कर कोविड डेडिकेटेड अस्पताल में लेवल एक से लेकर लेवल तीन के वार्डों को सैनिटाइज किया गया. डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव ने बताया कि शहर में लगातार सैनिटाइजेशन व फॉगिंग से अब नए कोरोना संक्रमितों की संख्या में काफी गिरावट आई है.
फॉगिंग के साथ हर घर को दिया जा रहा मास्क व साबुन
उन्होंने कहा कि गुड़गांव से सोडियम हाइपोक्लोराइट केमिकल, ब्लीचिंग पाउडर आदि से फॉगिंग कर हर घर को मास्क व साबुन दिया जा रहा है. निगम की आमदनी नहीं है लेकिन विभिन्न स्रोतों से 2020 से अबतक करीब एक करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं. ड्रोन से लेकर सड़कों पर घूम-घूमकर हर घर, अस्पताल, श्मशान घाट, कोविड डेडिकेटेड अस्पताल, सरकारी कार्यालयों को सैनिटाइज किया गया है. निगम इस अभियान के साथ प्रेरणा व जागरूकता का पाठ पढ़ा रहा है.
मेयर बीरेंद्र कुमार ने बताया कि इस कोरोना काल में कई निगमकर्मी कोरोना फाइटर के रूप में अपनी भूमिका निभाते हुए कोरोना संक्रमित हुए हैं. कुछ की मौत तक हो चुकी है. बता दें कि गया नगर निगम की आय निगम क्षेत्र के घरों के द्वारा होल्डिंग टैक्स व अन्य टैक्सों के जरिए होती है जो लॉकडाउन व कोरोना काल में काफी कम है. इसके बावजूद नगर निगम कोरोना वायरस को खत्म करने का लगातार प्रयास करने में जुटा है.
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