गया: बिहार के गया में रविवार को हम पार्टी के पदाधिकारियों के बीच एक मामले को लेकर जुबानी जंग हो गई. हम पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष तौसीफ रहमान खां और राष्ट्रीय सचिव सह प्रवक्ता नंदलाल मांझी एक दूसरे के आमने सामने आ गए हैं. तौसीफ रहमान खां द्वारा मिर्जा गालिब कॉलेज में भ्रष्टाचार का आरोप लगाने वाली बात पर पार्टी के राष्ट्रीय सचिव ने किनारा कर लिया है. उन्होंने कहा कि मिर्जा कॉलेज प्रबंधन पर लगाए गए आरोप से हम पार्टी का कोई लेना देना नहीं है. साथ ही सचिव को नसीहत भी दी है कि पार्टी किसी एक से नहीं बनी है. हमारी ओर से इस मामले पर कोई लेना देना नहीं है.
मिर्जा गालिब कॉलेज के मुद्दे पर दो पदाधिकारी आमने-सामने
अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष तौसीफ रहमान ने रविवार की शाम मिर्जा गालिब कॉलेज में व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर करते हुए प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया जिसमे खुद हम पार्टी के लेटर पैड पर प्रेस विज्ञप्ति भी जारी की गई थी. इसमें बताया कि कॉलेज के वर्तमान शासी निकाय के सचिव शब्बी आरफीन शम्सी द्वारा नियम के विरुद्ध अपने चहेते शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मियों की बहाली की गई है. नए भवन के रंग रोगन के नाम पर कॉलेज के खाते से करोड़ों रुपये की निकासी शासी निकाय के वर्तमान सचिव के द्वारा की गई है. इसमें मिसलेनियस खर्च के नाम पर 50 लाख के चेक से राशि निकाली गई. जबकि कॉलेज के बाय लॉज के अनुसार 250 रुपये से ज्यादा का मिसलेनियस खर्च नहीं निकाला जा सकता है.
अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ ने लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
उन्होंने बताया कि कॉलेज का नया भवन के लिए एक करोड़ 82 लाख में तैयार होना है और उसकी रंग रोगन के नाम पर तीन करोड़ पांच लाख रुपये की राशि निकाली जाती है. कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान सभी स्कूल कॉलेज बंद थे. उस अवधि में सचिव शब्बी आरफीन शम्सी के द्वारा अवैध तरीके से 12 प्रोफेसर की नियुक्ति कर दी जाती है जबकि कॉलेज में पहले एडहॉक पर रहे प्रोफेसर को रास्ता दिखा दिया गया. वैसे एडहॉक प्रोफेसर के द्वारा मिर्जा गालिब कॉलेज शासी निकाय के विरुद्ध हाई कोर्ट में परिवाद दर्ज कराया है.
मुख्यमंत्री से कई मांगें
उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से शासी निकाय के गठन काउंसलर की विधिवत बैठक बुलाकर प्रशासन की निगरानी में चुनाव कराने, शब्बी आफरीन शाम शम्सी के सचिव काल में हुए आय व्यय का अंकेक्षण सरकारी स्तर पर कराने, भवन निर्माण में किए गए घोटालों की उच्च स्तरीय जांच कराने, शिक्षकों व शिक्षकेतर कर्मियों की बहाली में की गई अनियमितताओं की सीबीआई जांच कराने, कॉलेज के शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मियों का लंबित वेतन को देने सहित कई मांगें की है.
नंदलाल मांझी बोले- पार्टी का कोई लेना देना नहीं
इस बयान को जारी करने के बाद हम पार्टी के राष्ट्रीय सचिव सह प्रवक्ता नंदलाल मांझी ने बताया कि किसी प्रतिष्ठित कॉलेज पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाना गलत है. कॉलेज की अपनी एक स्वतंत्र साशी निकाय तथा ऑटोनॉमस बॉडी है. कहा कि पार्टी के नाम पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करना गलत है. कॉलेज पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि जब तक पार्टी के पास किसी के द्वारा कॉलेज से संबंधित भ्रष्टाचार का कोई लिखित पत्र नहीं आता है तब तक इन सारी चीजों से परहेज करना चाहिए. बिना किसी लिखित शिकायत के किसी कॉलेज पर आरोप नहीं लगा सकते हैं. अपने ही पार्टी के लोगों को नसीहत दी की ये किसी दो लोगों की पार्टी नहीं है और हीं इससे पार्टी का कोई संबंध भी नहीं है.
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