गयाः जिले के टनकुप्पा प्रखंड की बहसा पिपरा पंचायत से मुखिया प्रत्याशी के प्रचार के दौरान रविवार को दो पक्ष आपस में भिड़ गए. दरअसल, रविवार को बाइक रैली निकाली गई थी, जिसमें सैकड़ों लोग शामिल थे. एक-एक कर सभी गांवों से होकर रैली गुजर रही थी. बाइक रैली में नारे भी लगाए जा रहे थे. बाइक रैली जब पहरी गांव पहुंची उस वक्त भी स्थिति सामान्य थी. पहरी गांव के पहाड़ पर मंदिर में पूजा करने जैसे ही सभी पहुंचे तो वहां दूसरे पक्ष से दर्जनों लोगों ने लाठी डंडा लेकर खदेड़ना शुरू कर दिया.


बाइक रैली में शामिल लोग जब तक पूरा मामला समझ पाते कि पथराव भी होने लगा. कई लोग बाइक लेकर भागे तो वहीं कुछ लोग जान बचाने के लिए खेतों में दौड़ पड़े. वहीं, जो लोग पकड़े गए उसकी जमकर धुनाई कर दी गई. घटना की सूचना के बाद फतेहपुर थाने की पुलिस मौके पर पहुंचकर मामले को शांत कराया. खबर लिखे जाने तक स्थिति तनावपूर्ण थी.


फंसाने की हो रही कोशिशः उमेश यादव


वहीं, मौके पर मौजूद फतेहपुर थानाध्यक्ष राहुल रंजन ने बताया कि मुखिया प्रत्याशी के प्रचार के दौरान दो पक्ष आपस में भिड़ गए थे. दोनों ओर से मारपीट की गई है. वहीं, कई लोग घायल भी हुए हैं. पूछताछ के बाद प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी. इस मामले अपने प्रत्याशी के लिए प्रचार कर रहे उमेश यादव ने बताया कि विपक्षियों के द्वारा झूठा मुकदमे में फंसाने की कोशिश की जा रही है. ज्ञात हो उपमुखिया रह चुके उमेश यादव का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वो रायफल लेकर गांव में घूमते नजर आए थे.


सुरक्षित सीट है बहसा पिपरा पंचायत


बता दें कि बहसा पिपरा पंचायत सुरक्षित सीट है. ऐसे में पंचायत में लोग उमेश यादव और बीरेंद्र यादव को ही प्रत्याशी के रूप में जानते हैं. हालांकि सुरक्षित सीट होने की वजह से दोनों अपनी ओर से एक प्रत्याशी को चुनाव में खड़ा करेंगे. इसी को लेकर दोनों अपने-अपने नाम से पंचायत में प्रचार कर रहे हैं.



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