गया: जिले के इमामगंज थाने के हाजत में बंद एक युवक ने गुरुवार की रात फांसी लगाकर अपनी जान दे दी. प्रेमिका की हत्या के मामले में गुरुवार को पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था. युवक की गिरफ्तारी के बाद ये बात सामने आई कि प्रेमिका की डिमांड धीरे-धीरे बढ़ने लगी जिससे युवक को शक हुआ कि उसका किसी और के साथ अफेयर चल रहा है. इसके बाद उसने चार सितंबर को हत्या की वारदात को अंजाम दिया. इस मामले में गया की एसएसपी हरप्रीत कौर ने शुक्रवार को कहा कि युवक ने अपने पायजामा के नारे से फांसी लगाकर जान दी है.


क्या है पूरा मामला?


गुरुवार को युवक की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरी कहानी बताई. कहा कि युवक शंकर दास गया जिले के इमामगंज थाना क्षेत्र के कुंजेसर गांव की रहने वाली एक लड़की से प्यार करता था. इसी साल अप्रैल में एक मंदिर में प्रेमी युगल ने शादी कर ली थी. इसके बारे में दोनों ने अपने परिजनों को कुछ नहीं बताया. शादी के बाद लड़की अपने घर और लड़का अपने घर रहने लगा. लड़की इंटर की छात्रा थी. इसके बाद दोनों की सिर्फ फोन पर बातचीत होती थी.


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डिमांड बना मौत का कारण


इधर, फोन पर बातचीत के दौरान लड़की अपने प्रेमी शंकर से हमेशा किसी न किसी चीज की डिमांड करती थी. कभी मोबाइल तो कभी कुछ और मांगती थी. इस बीच दोनों में फोन पर ही लड़ाई शुरू हो गई. प्रेमी को यह शक होने लगा कि उसकी प्रेमिका का किसी और से अफेयर चल रहा है. इसके बाद शंकर ने हत्या का प्लान बनाया. उसने गया के जीबी रोड से एक चाकू खरीदा और प्रेमिका को गांव के एक स्थान पर मिलने के बुलाया. इसी मुलाकात के दौरान उसने इस घटना को अंजाम दिया. घटना के बाद कपड़ा बदलकर वह अपने घर चला गया था.


थाना हाजत में आत्महत्या के बाद पुलिस ने मजिस्ट्रेट की निगरानी में शव को बाहर निकलवाया और पोस्टमार्टम के लिए अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा. इस संबंध में इमामगंज के डीएसपी अजीत कुमार ने बताया कि प्रेमी शंकर दास ने प्रेमिका की चाकू से हत्या करने के बाद चूहे की दवा बैग में रखा था ताकि वह खुद भी चूहे मारने वाली दवा खाकर आत्महत्या कर ले.


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