पटना: बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने एलजेपी प्रमुख चिराग पासवान पर निशाना साधा है. गिरिराज सिंह ने कहा कि चिराग पासवान बीजेपी और जेडीयू के बीच कंफ्यूजन फैलाना चाहते हैं. उन्होंने सवाल किया कि चिराग को तेजस्वी यादव के विरोध में बोलते तो नहीं देखा?
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “पीएम मोदी ने कहा है कि उनका नेतृत्व नीतीश कुमार कर रहे हैं. बीजेपी अध्यक्ष ने कहा है कि नीतीश ही नेतृत्व करेंगे. गृहमंत्री अमित शाह ने भी कहा है कि अगर हमसे कम सीटे आएंगी तो भी नीतीश कुमार ही हमारा नेतृत्व करेंगे. अब ये जो कह रहे हैं कि मैं मोदी का हनुमान हूं तो मुझे लगता है कि ये बोल तो रहे हैं कि राम का हूं लेकिन अंदर से रावण को जप रहे हैं."
गिरिराज सिंह ने कहा कि मैं बिहार बीजेपी के तमाम मतदाताओं को कहना चाहता हूं कि जो अभी एनडीए के साथ नहीं वह भविष्य में भी एनडीए के साथ नहीं है. बीजेपी नेता ने कहा, “अभी तक उन्हें (चिराग पासवान) केवल नीतीश कुमार के विरोध में बोलते देखा है. तेजस्वी यादव के विरोध में नहीं बोलते देखा. इन्हें स्पष्ट करना चाहिए कि तेजस्वी के खिलाफ ये क्यों चुप हैं? ये जेडीयू और बीजेपी के बीच कंफ्यूजन पैदा करना चाहते हैं. गुड़ खाना है मगर गुलगुले से परहेज है. यहां तो गुलगुला नीतीश कुमार हैं. मेरा राजनीतिक मतभेद हो सकता है लेकिन जो पार्टी ने निर्णय किया है उसके लिए एनडीए के खून का एक-एक कतरा नीतीश कुमार के लिए बहेगा.”
इसके साथ ही उन्होंने कहा, “बीजेपी चिराग के कंधे पर सवारी कर रही हैं ये बिल्कुल ही गलत बात है. वह बीजेपी को बदनाम कर रहे हैं. वह ऐसा कर अपनी राजनीतिक रोटी सेंकना चाहते हैं. मेरी उनसे इस विषय पर कोई बातचीत नहीं हुई है. इसलिए इस पर शीर्ष नेतृत्व ही बता सकते हैं कि चिराग ऐसा क्यों कर रहे हैं? लेकिन इतना जरूर कहूंगा कि चिराग इस तरह बोलकर जो कंफ्यूजन पैदा करना चाहते थे वो कंफ्यूजन अब साफ हो गया है कि उन्हें अगर एनडीए में रहना है, नरेंद्र मोदी का समर्थन करना है तो उन्हें नीतीश कुमार के नेतृत्व को स्वीकार करना होगा." उन्होंने कहा कि एक कार्यकर्ता के नाते मुझे पूरा भरोसा है कि जब प्रधानमंत्री आएंगे तो इस लाग लपेट को सीधा करेंगे.
गिरिराज सिंह ने कहा, “जो एलजेपी कर रही हैं उससे तो यही प्रतीत होता है कि वो आरजेडी और कांग्रेस की मदद कर रही है. ऐसी स्थिति में बीजेपी के कार्यकर्ता सिर्फ बीजेपी और एनडीए का है.”
जिन्ना विवाद पर केंद्रीय मंत्री ने कहा, “कांग्रेस के लोग कहते हैं कि आडवाणी जी जिन्ना के आगे नतमस्तक हुए थे, मैं कांग्रेस के लोगों को कहना चाहता हूं कि आडवाणी जी पाकिस्तान गए थे तब उन्होंने प्रोटोकॉल के लिए उन्होंने ऐसा किया था, उन्होंने घर में जिन्ना की तस्वीर नहीं लगाई, कांग्रेस लोगों को गुमराह नहीं करे. ”
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