पटना: बीजेपी के फायरब्रांड नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) अपने बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में रहते हैं. गिरिराज सिंह ने सोमवार (9 अक्टूबर) को एक बार फिर बड़ा बयान दिया है. गिरिराज सिंह ने कहा कि ये लोग (कांग्रेस) ओबीसी विरोधी हैं. मनमोहन सिंह ने कहा था कि राष्ट्रीय संसाधनों पर पहला अधिकार अल्पसंख्यकों का है. यह लोग मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति करते हैं, लेकिन हम लोग मुस्लिम वर्ग को समान अधिकार देना चाहते हैं. हम अल्पसंख्यकों को हिंदू बहुसंख्यकों के बराबर मानते हैं.
किस बात पर पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को घेरा?
दरअसल बिहार में जातीय गणना की रिपोर्ट आने बाद राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि हमें अलसंख्यकों की चिंता है. उन्हें बहुसंख्यकों के बराबर मानना चाहिए. हर मुसलमान को समान अधिकार देना चाहते हैं. पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को घेरा और कहा कि वो तो कहते थे कि राष्ट्रीय संसाधनों पर पहला अधिकार अल्पसंख्यकों का ही है.
अल्पसंख्यक की परिभाषा को बदलने की जरूरत: गिरिराज सिंह
बता दें कि इससे पहले भी गिरिराज सिंह अल्पसंख्यक की सुविधाएं की वकालत कर चुके हैं. यह कोई पहली बार नहीं है. उन्होंने कहा है कि संविधान में अलपसंख्य शब्द को परिभाषित नहीं किया गया है. देश में मुस्लिमों की संख्या जब 4-5 फीसद थी तब उन्हें अल्पसंख्यक माना गया, जबकि उनकी आबादी बढ़कर अब करीब 20 करोड़ हो गई है. ऐसे में इतनी बड़ी जनसंख्या को कैसे अल्पसंख्यक मानेंगे इसीलिए अल्पसंख्यक की परिभाषा को बदलने की जरूरत है.
जातीय गणना की रिपोर्ट पर भड़के थे बीजेपी नेता
बिहार में दो अक्टूबर को जातीय गणना की रिपोर्ट जारी हुई थी जिसके बाद बीजेपी नेता भड़क गए थे. केंद्रीय मंत्री ने नीतीश सरकार से उनके कार्यकाल का रिपोर्ट कार्ड मांग लिया था जिसको लेकर आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने इसे एतिहासिक बताते तरीफ की थी. बिहार में जातीय गणना की रिपोर्ट में राज्य में पिछड़ा वर्ग 27.13 फीसद, अत्यंत पिछड़ा वर्ग 36.01 फीसद और सामान्य वर्ग 15.52 फीसद हैं.
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