Bihar News: नेचर सफारी का लुत्फ उठा रही थी युवती, फिर हुआ कुछ ऐसा की अटक गई लोगों की सांसे, देखें Video
डीएफओ विकास अहलावत ने कहा कि यह लापरवाही का मामला नहीं है. वन कर्मी टावर पर मौजूद थे. तेज हवा के कारण कर्मी पयर्टक को दूसरे छोर पर नहीं पकड़ सकें, जिससे पर्यटक विपरीत दिशा बढ़ गई.
नालंदा: राजगीर के नेचर सफारी में मंगलवार को बड़ा हादसा होने से टल गया. एक युवती जो जीप लाइन रेसिंग का लुत्फ उठा रही थी, उसकी बाल-बाल जान बच गई. हालांकि, कुछ पर्यटकों ने घटना का वीडियो बना कर उसे वायरल कर दिया, जिसे देख लोग दांतों तले उंगली दबा रहे हैं. इधर, वायरल वीडियो देखकर वन विभाग के अधिकारियों में भी हड़कंप मच गया है. दरअसल, नेचर सफारी में पर्यटक युवती मस्ती करते हुए जीप लाइन रेसिंग कर रही थी.
लापरवाही के कारण जा सकती थी जान
युवती तेज गति से 800 फीट ऊंचे टॉवर से नीचे आ रही थी. लेकिन दूसरे टावर पर कर्मी के मौजूद नहीं रहने के कारण वह तेज गति में झटका खाकर विपरीत दिशा की ओर फेंका गई. इस कारण युवती ऊंचाई पर बीच में लटक गई, जिससे अन्य पर्यटकों की सांसे अटक गईं. पर्यटकों ने किसी तरह युवती को नीचे उतारा. हालांकि, वन कर्मियों की लापरवाही के कारण पर्यटक युवती की जान जा सकती थी.
नेचर सफारी... ना बा बा ना!राजगीर में बनी जिप लाइन ट्रैक पर एक महिला पर्यटक लुत्फ उठा रही थी.वह एक छोर से दूसरे छोर पर पहुंच गई लेकिन सेफ्टी टावर पर कोई कर्मी नहीं था.महिला टकराने के बाद बीच में जाकर फंस गई.पर्यटकों की मदद से उतारा गया.वीडियो वायरल हुआ.नालंदा से अमितेश की रिपोर्ट pic.twitter.com/CPEdNCACs1
— Prakash Kumar (@kumarprakash4u) March 31, 2022
अधिकारियों ने कही कार्रवाई की बात
घटना के बाद वन विभाग के अधिकारियों ने चुप्पी साध ली थी. हालांकि, जब पूरी घटना का वीडियो वायरल हुआ तो विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मच गया. पूरे मामले में डीएफओ विकास अहलावत ने गुरुवार को आनन-फानन प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर सफाई दी. अधिकारी ने कहा कि यह लापरवाही का मामला नहीं है. वन कर्मी टावर पर मौजूद थे. तेज हवा के कारण कर्मी पयर्टक को दूसरे छोर पर नहीं पकड़ सके, जिससे पर्यटक विपरीत दिशा बढ़ गई. सीसीटीवी फुटेज की जांच में कर्मियों की लापरवाही सामने आने पर कार्रवाई की जाएगी.
क्या है जीप लाइन रेसिंग
बता दें कि राजगीर स्थित नेचर सफारी में आठ सौ मीटर लंबे जीप लाइन का निर्माण कराया गया है. इसके तहत केबल तार पर लटक कर टूरिस्ट पहाड़ी के एक छोर से दूसरे छोर और वहां से तीसरे प्वाइंट पर लौटते हैं.
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