Good News: बिहार में लगे कोरोना वैक्सीन के 10 करोड़ से भी अधिक डोज, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा- बहुत खुशी हो रही
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि राज्य में 97 प्रतिशत लोग वैक्सीन की पहली डोज ले चुके हैं. वहीं, 84 प्रतिशत लोगों को सेकेंड डोज लगाया जा चुका है.
पटना: कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) लगाने के मामले में शुक्रवार को बिहार ने 10 करोड़ डोज का आंकड़ा पार कर लिया है. राज्य में एक साल के भीतर पहली और दूसरी डोज मिलाकर 10 करोड़ से अधिक टीके लगाए जा चुके हैं. इस बात की जानकारी सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय (Mangal Pandey) ने ट्वीट कर दी है. उन्होंने लिखा, " बिहार की जनता को यह बताते हुए अपार हर्ष हो रहा है कि बिहार ने टीकाकरण में 10 करोड़ डोज के आंकड़े को पार कर लिया है. बिहार में अब तक 10 करोड़ से अधिक कोरोना टीकाकरण किया जा चुका है. राज्य की जनता और सभी स्वास्थ्य कर्मियों को हार्दिक बधाई व आभार.
पांच करोड़ से अधिक लोगों ने ली पहली डोज
बता दें कि गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत (Pratyay Amrit) ने अन्य अधिकारियों के साथ पीसी के दौरान राज्य में कोरोना वैक्सीनेशन की मौजूदा स्थिति की जानकारी दी थी. उन्होंने बताया था कि गुरुवार तक बिहार में 9 करोड़ 95 लाख से भी अधिक कोरोना के टीके लगाए जा चुके हैं. इनमें फर्स्ट डोज लेने वालों की संख्या 5 करोड़ से भी ज्यादा है. वहीं, वैक्सीन की दूसरी डोज लेने वालों की संख्या चार करोड़ से अधिक है.
उन्होंंने कहा था कि वैक्सीनेशन को लेकर नवंबर में सर्वे कराया गया था. ताकि पता चल सके कि क्या टारगेट है और किस तरह से काम करने पर इसे पूरा किया जा सकता है. उन्होंने बताया था कि राज्य में 97 प्रतिशत लोग वैक्सीन की पहली डोज ले चुके हैं. वहीं, 84 प्रतिशत लोगों को सेकेंड डोज लगाया जा चुका है. विभाग के प्रधान सचिव ने मीडिया के भी साथियों का धन्यवाद किया था. उन्होंने कहा था कि वैक्सीनेशन के प्रति लोगों को जागरूक करने लिए आप सभी का धन्यवाद.
16 जनवरी से वैक्सीनेशन का आगाज
मालूम हो कि देश में 16 जनवरी से कोरोना वैक्सीन लगाने की शुरुआत की गई थी. पहले स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंट लाइन वर्करों को वैक्सीन दी गई. उसके बाद 60 से अधिक उम्र वाले लोगों को, फिर 45 से अधिक उम्र वाले लोगों को और फिर 18 वर्ष से अधिक उम्र वाले सभी को वैक्सीन देने की घोषणा की गई. अब कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए 15-18 साल के बच्चों को भी वैक्सीन देने की घोषणा की गई है.
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