Bihar News: ...और मौत के गाल में समा गए 2 दोस्त, गोपालगंज में इस घटना से शोक में डूबा दो परिवार
Road Accident: सोमवार की दोपहर दोनों दोस्तों को पता चला कि गोपालगंज में आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा. इस पर वे दोनों बाइक से निकल पड़े. उनको क्या पता था कि दोनों मौत के गाल में समा जाएंगे.
गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज में सोमवार (04 मार्च) को दो दोस्तों की जिंदगी एक साथ खत्म हो गई. दोनों की मौत से दो परिवार शोक में डूब गया है. मृतकों की पहचान कुचायकोट थाना क्षेत्र के सासामुसा बिन टोली गांव निवासी नंदलाल साह के पुत्र प्रिंस कुमार बीन (23 वर्ष) और सिरसिया बाजार के रहने वाले अहमद अली के पुत्र तनवीर अली (22 वर्ष) के रूप में की गई है. दोनों दोस्तों की मौत एक सड़क हादसे में हुई है.
बताया जाता है कि दोनों दोस्त घर से आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए शहर आ रहे थे. नगर थाना के चैनपट्टी एनएच 27 पर ट्रक की चपेट में आने से मौत हो गई. बाइक के सामने अचानक हाईवे पर एक खड़ा गन्ना लदा ट्रैक्टर आ गया. इससे बचने के प्रयास के दौरान पीछे से एक ट्रक ने आकर उन्हें कुचल दिया. हादसे में दोनों दोस्तों का सिर इस तरह खराब हो गया कि पहचान में घंटों लगा.
सदर अस्पताल में देखते ही बिलखने लगे परिजन
घटना के बाद हाईवे पर एक लेन घंटों जाम लगा रहा. सूचना मिलने के बाद मौके पर नगर थाने की पुलिस पहुंची. शव को सदर अस्पताल भेजा. घटना की सूचना मिलने पर परिजन भी सदर अस्पताल में पहुंचे. शव को देखते ही परिजन बिलखने लगे.
गांव में नहीं बना सके थे आयुष्मान कार्ड
जानकारी के अनुसार, शनिवार को आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए डीलरों के पास कैंप लगा था. इसमें सासामुसा बिन टोली गांव के रहने वाले नंदलाल साह और सिरसिया बाजार के निवासी अहमद अली के परिजनों का कार्ड अप्लाई नहीं हो सका था. सोमवार की दोपहर दो बजे प्रिंस कुमार बीन और तनवीर अली को पता चला कि गोपालगंज में कार्ड बनाया जा रहा तो वे दोनों बाइक से निकल पड़े. उनको क्या पता था कि दोनों मौत के गाल में समा जाएंगे.
ग्रामीणों ने बताया कि प्रिंस कुमार बीन और तनवीर अली भले ही दो गांव के थे और अलग-अलग समुदाय के थे लेकिन दोनों की दोस्ती काफी मजबूत थी. दोनों एक साथ पढ़ने ट्यूशन जाते थे. दोनों साथ-साथ रहते थे. सोमवार को दोनों की जिंदगी एक साथ खत्म हो गई. हादसे के दौरान बाइक चला रहा युवक हेलमेट नहीं पहना था. कई लोगों ने कहा कि अगर हेलमेट पहना होता तो उसकी जान बच सकती थी.
मृतक तनवीर के पिता ने क्या कहा?
घटना के संबंध में मृतक तनवीर के पिता अहमद अली ने बताया कि उनका बेटा और प्रिंस पांचवी कक्षा से ही दोस्त थे. दोनों एक ही साथ कॉलेज जाते थे. हमें क्या पता था कि दोनों एक ही साथ अल्लाह को प्यारे हो जाएंगे. यह कहकर बार-बार तनवीर के पिता बेहोश हो जा रहे थे.
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