गोपालगंज: जिले के मॉडल सदर अस्पताल में पिछले 48 घंटे से मरीजों के बीच शव को रखा गया है. एक-दो नहीं, बल्कि चार-चार शव को इमरजेंसी वार्ड में लावारिश हालत में रखा गया (Gopalganj Sadar Hospital है, जिसे लावारिश कुत्ते और चूहे नुकसान पहुंचा रहे हैं. मरीजों का कहना है कि दो दिनों से पड़े शव से लगातार बदबू आ रही है और इस वजह से इलाज करा पाना मुश्किल हो रहा है. संक्रमण फैलने का खतरा भी मरीज और उनके परिजनों पर बना है. लापरवाही की तस्वीर सामने आने के बाद डॉक्टर से लेकर कर्मियों ने अपना पल्ला झाड़ लिया है.


अस्पताल प्रशासन की लापरवाही से मरीजों परेशान


इस मामले पर अस्पताल प्रशासन ने कुछ भी बोलने से पल्ला झाड़ लिया है. बता दें कि गोपालगंज का सदर अस्पताल मॉडल अस्पताल है, ये जिला डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव का गृह जिला है. इसके बावजूद अस्पताल प्रशासन द्वारा की गई लापरवाही मरीजों के लिए परेशानी खड़ा कर रहा है. मरीज हॉस्पिटल से बाहर निकलकर अस्पताल प्रशासन को कोस रहे हैं.


जांच के बाद दोषी कर्मियों पर हो कार्रवाई- 'हम' नेता 


इसको लेकर विपक्ष ने सवाल उठाया है. 'हम' पार्टी के जिलाध्यक्ष पंकज सिंह राणा ने इसे अस्पताल प्रशासन की बड़ी लापरवाही बताते हुए सरकार से जांच कर दोषी कर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है. वहीं, इस मामले में जब सिविल सर्जन डॉ. वीरेंद्र प्रसाद से बात की गई तो उन्होंने जांच कराने की बात कही. उन्होंने कहा कि इलाज के क्रम में मौत हुई है. लावारिश लाश है. उसकी रिपोर्ट के लिए पुलिस से संपंर्क किया गया है. थाना की कार्रवाई के बाद पोस्टमार्टम कर दी जाएगी. अस्पताल में लाश रखने के लिए एक ही फ्रिजर है, उसमें पहले से शव रखा गया है.  वहीं, जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के निर्देश दिए हैं.


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