गोपालगंजः कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों के अधिक प्रभावित होने का डर है. इसकी वजह से वायरल फीवर से ग्रसित बच्चों की अभिभावक कोरोना की जांच करा रहे हैं. जब से स्कूल खुले हैं, बच्चों की जांच लगातार कराई जा रही है. इसके लिए अभिभावक बच्चों को लेकर आंबेडकर भवन पहुंच रहे हैं. अच्छी बात यह है कि बीते कई माह से एक भी बच्चा संक्रमित नहीं आया है.


स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि स्कूल में पढ़ने वाले अधिकर बच्चे कोरोना का टेस्ट कराने आ रहे हैं. एक अगस्त से आठ सितंबर तक मात्र 11 लोग संक्रमित आए हैं. कोरोना की तीसरी लहर को लेकर लोगों के मन में डर है क्योंकि इसमें बच्चों के अधिक खतरा होने की आशंका जताई जा रही है. नतीजा यह है कि मौसम परिवर्तन की वजह से जिन बच्चों को सामान्य खांसी, जुकाम या वायरल बुखार है, उनके अभिभावक भी बच्चों की कोरोना जांच करा रहे हैं.


बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर में काफी नुकसान हुआ. जिले में अकेले दूसरी लहर में 16 हजार 676 से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं, जबकि चार सौ से अधिक लोगों की मौत हुई है. हालांकि सरकारी रिपोर्ट में 120 बताई गई है. खास बात यह है कि इन 16 हजार संक्रमितों में 530 के करीब बच्चे भी शामिल हैं. अच्छी बात यह रही है कि बच्चों के साथ कोई अनहोनी हुई.


बच्चों के लिए आ चुकी है दवा किट


बच्चों को कोरोना की तीसरी लहर से बचाने के लिए जून में ही दवाओं की किट आ चुकी है. यह किट ब्लॉक स्तर पर वितरित की गई थी. इनमें शून्य से 12 माह, एक से पांच वर्ष, छह से 12 वर्ष और 12 से 15 वर्ष के लिए किट आ चुकी है. सिविल सर्जन डॉ. योगेंद्र महतो ने कहा कि हर रोज कोरोना की जांच हो रही है. कई माह से एक भी बच्चा संक्रमित नहीं मिला है. सामान्य रूप से भी मई के बाद से कोरोना काफी हद तक कंट्रोल में है.


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