Gopalganj News: गोपालगंज के डीएम ने डॉक्टरों को दी चेतावनी, कहा- ईमानदारी से करें यह काम
डीएम ने संस्थागत प्रसव की भी समीक्षा करते हुए कहा कि संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए आमजनों को जागरूक करने की आवश्यकता है. कहा कि ध्यान रखें कि मरीजों की किसी तरह की परेशानी नहीं हो.
गोपालगंजः बिहार के गोपालगंज में ड्यूटी से डॉक्टरों के लगातार गायब रहने की शिकायत मिलने पर डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी ने स्वास्थ्य विभाग की बैठक बुलाई. बैठक में स्वास्थ्य योजनाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि अस्पताल में आने वाले मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराना हम सबकी जिम्मेदारी है. जिले के सभी डॉक्टर अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से निर्वहन करें. सदर अस्पताल के ओपीडी में आने वाले मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने का प्रयास करें. मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसका ध्यान रखें.
डीएम ने संस्थागत प्रसव की भी समीक्षा करते हुए कहा कि संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए आमजनों को जागरूक करने की आवश्यकता है. इसके साथ प्रसव के बाद दी जाने वाली सभी सुविधाओं को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें. हर मरीज को एंबुलेंस की सुविधा मिल सके इसका ख्याल रखें.
डीएम ने कहा कि कोविड टीकाकरण के साथ-साथ नियमित टीकाकरण के लक्ष्य को भी हर हाल में शत-प्रतिशत हासिल करना है. आरआई दिवस पर नियमित टीकाकरण पर विशेष ध्यान दें. नियमित टीकाकरण से बच्चों में कई तरह के गंभीर बीमारियों से बचाव होता है.
सभी स्वास्थ्य सूचांकों की रैंकिंग में लाएं सुधार
डीएम ने निर्देश दिया कि परिवार नियोजन, संस्थागत प्रसव, नियमित टीकाकरण, ओपीडी समेत सभी बिंदुओं पर बेहतर रूप से कार्य कर रैंकिंग में सुधार लाने की आवश्यकता है. कोविड टीकाकरण का लक्ष्य शत-प्रतिशत हासिल करना है. गर्भवती महिलाओं का पंजीकरण के साथ हीं प्रसव पूर्व जांच करना सुनिश्चित करें. इसके साथ हीं प्रसव पूर्व जांच कराने आने वाली गर्भवती महिलाओं को कोविड का टीका लगायें और इसके प्रति जागरूक भी करें.
एक माह में 86 हजार से अधिक लोगों को ओपीडी सेवा का लाभ
डीएम ने समीक्षा के दौरान बताया कि जिले में अगस्त माह में 86 हजार 430 लोगों को ओपीडी की सेवा प्रदान की गई है. इसके साथ 1822 व्यक्तियों को एंबुलेंस की सेवा दी गयी है. जिले में एक माह 3286 महिलाओं का संस्थागत प्रसव हुआ है. जिन्हें मुफ्त एंबुलेंस के साथ-साथ जननी सुरक्षा योजना का भी लाभ दिया गया है. 5364 गर्भवती महिलाओं की पहली प्रसव पूर्व जांच की गई है.
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