गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज में बाढ़ का पानी कम हो रहा, लेकिन बाढ़ पीड़ितों की मुश्किलें कम नहीं हो रही. कहीं सड़कें बह गई है, तो कहीं वाहनों के आने-जाने का रास्ता पूरी तरह से बर्बाद हो गया है. ऐसे में लोग जुगाड़ लगाकर आवागमन कर रहे हैं. इसी क्रम में सिधवलिया प्रखंड में गोपालगंज-सीवान को जोड़ने वाली मुख्य सड़क टूट जाने के बाद ग्रामीणों ने बांस का चचरी पुल बनाकर जान जोखिम में डालकर आना-जाना शुरू कर दिया है.


इस इलाके में जिला प्रशासन की ओर से नाव की भी व्यवस्था नहीं की गयी है. ग्रामीणों का कहना है कि गंगवा घोघारी नदी पर बने पुल के पास दोनों तरफ की सड़क टूट गई है. इन दो प्रमुख सड़कों के टूट जाने से सिधवलिया प्रखंड में आने-जाने के लिए बांस की बनी चचरी पुल का सहारा लेना पड़ रहा है. सबसे अधिक परेशानी लोगों के बीमार होने पर होती है, जब एंबुलेंस गांव में नहीं पहुंच पाती है.


इस संबंध में जलालपुर निवासी सोना देवी बताती हैं कि बाढ़ की वजह से सड़क टूट गई है. चचरी पुल के सहारे आते-जाते हैं. बीमारी होने पर भी इसी चचरी से जान जोखिम में डालकर आना-जाना पड़ता है. वहीं ललन राय बताते हैं कि बाढ़ की वजह से रोड टूट गया है. सरकार की ओर से अब तक कोई सुविधा नहीं मिली है. बांस से चचरी का पुल बनाकर आते-जाते हैं.


वहीं, दिनानाथ राय बताते हैं कि जलालपुर पंचायत का रोड बाढ़ की वजह से क्षतिग्रस्त हो गया है. नाव की भी सुविधा नहीं है. कोई बीमार हो जाता है तो उसे खाट पर लाद कर ले जाना पड़ता है. एंबुलेंस गांव नहीं आ पाती है.