गोपालगंजः बिहार के गोपालगंज में दादी की मौत के बाद दाह-संस्कार में शामिल होने गए दो भाई झरही नदी में डूब गए. मौके पर स्थानीय लोगों ने एक को बचा लिया, जबकि दूसरा युवक लापता हो गया. घटना बुधवार की है, आनन-फानन में पुलिस को सूचना दी गई. स्थानीय पुलिस पहुंची, लेकिन गोताखोर देर से पहुंचे जिसके कारण आक्रोशित होकर परिजनों ने मीरगंज-समउर सड़क जाम कर दिया. सुबह 11.30 बजे से दोपहर के चार बजे तक सड़क जाम रहा.
बताया जाता है कि कटेया थाने के निरपत छापर गांव में नागेंद्र साह की पत्नी इशरावती देवी का निधन हो गया था. बुधवार की सुबह दाह-संस्कार के लिए परिजन गोपालपुर थाने के डेरवां पुल के पास पहुंचे. यहां दाह-संस्कार करने के बाद झरही नदी में लोग नहाने लगे. इस बीच पानी की धार तेज होने के कारण उमेश लाल दास के पुत्र गोपाल दास और उसका बड़ा भाई रोशन कुमार दास डूबने लगे.
स्थानीय लोगों ने दोनों छात्रों को डूबते देख बचाने की कोशिश की, जिसमें रोशन कुमार दास को सुरक्षित निकाल लिया गया, जबकि गोपाल दास गहरे पानी में चला गया, जिससे वह कुछ ही देर में झरही नदी में लापता हो गया. छात्र के लापता होने ही उसकी मां सुनीता देवी समेत परिवार के अन्य लोग वहां पहुंच गए. घटना की जानकारी देने के बाद पुलिस गोताखोरों को देर से लेकर पहुंची, जिसके कारण परिजनों ने सड़क जाम कर हंगामा शुरू कर दिया.
अधिकारियों को घंटों करनी पड़ी मशक्कत
मीरगंज-समउर सड़क को जाम से मुक्त कराने के लिए अधिकारियों को आक्रोश का सामना करना पड़ा. करीब चार घंटे की मशक्कत के बाद परिजन शांत हुए. पुलिस ने शाम तक छात्र की बरामदगी के लिए स्थानीय गोताखोरों की मदद से तलाशी ली. झरही नदी गहरा होने की वजह से गोपाल दाह नहीं मिला. इसके बाद मुजफ्फरपुर से एनडीआरएफ की टीम बुलाई गई. देर शाम तक एनडीआरएफ नहीं पहुंची. गुरुवार को टीम फिर तलाश करेगी. पुलिस ने कहा कि हादसे के बाद घाट पर स्नान पर रोक लगा दी गई है.
शुक्रवार को थी परीक्षा, जाना था भोपाल
झरही नदी में लापता हुए इंजीनियरिंग के छात्र गोपाल दास को शुक्रवार को भोपाल जाना था. परिजनों के मुताबिक प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा होनी थी. परीक्षा के लिए पूरी तैयारी कर चुका था, इसी बीच चचेरी दादी की मौत हो गई. घटना के बाद से परिजनों में कोहराम मच गया है. सबका रो-रोकर बुरा हाल है.
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