पटना: जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव का वक्त नजदीक आता जा रहा है वैसे-वैसे कार्यक्रमों के जरिए पार्टियां अपनी तैयारी को भी दिखा रही हैं. राजधानी पटना में आज मंगलवार (14 नवंबर) को बीजेपी एक कार्यक्रम के जरिए अपनी ताकत का एहसास कराने जा रही है. बीजेपी गोवर्धन पूजा पर 14 नवंबर को पटना में मिलन समारोह आयोजित कर रही है, जिसमें दावा किया गया है कि यदुवंशी समाज के 21 हजार लोग भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण करेंगे.


दरअसल, बिहार में बीजेपी की नजर यादव मतदाताओं पर है. भारतीय जनता पार्टी ने ऐसे में आरजेडी के वोट बैंक मुस्लिम-यादव समीकरण में सेंध लगाने को लेकर तैयारी शुरू कर दी है. बीजेपी के विधान पार्षद नवल किशोर यादव ने सोमवार (13 नवंबर) को बताया कि इस मिलन समारोह में 21 से 22 हजार से ज्यादा यदुवंशियों को पार्टी की सदस्यता दिलाकर पार्टी के साथ जोड़ा जाएगा. फिलहाल 21 से 22 हजार यदुवंशियों की सदस्यता ग्रहण करने की सूची तैयार हो चुकी है, हालांकि इसकी संख्या बढ़ भी सकती है.


आगे उन्होंने कहा कि आज यदुवंशी नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अपने भविष्य को सुरक्षित पाते हैं. विरोधी दल जिस तरह इन दिनों सनातन समाज पर प्रहार कर रहे हैं आज यादव जाति के लोग ऐसे दलों से खफा हैं. आज यादव जाति में 70 प्रतिशत से अधिक लोग मांस, मछली नहीं खाते हैं और तुलसी माला लेकर चलते हैं. उनके विषय में इससे ज्यादा सनातन और धार्मिक होने का प्रमाण देने की आवश्यकता नहीं है.


'बीजेपी ने कभी जातियों को लेकर नहीं की ब्रांडिंग'


नवल किशोर यादव ने कहा कि सनातन के जरिए हिंदुओं को मजबूत और सशक्त करने के लिए यादव आगे बढ़ चुके हैं. जिस प्रकार भगवान कृष्ण ने गोवर्धन पहाड़ को हाथों में उठाया था, आज यदुवंशी अपनी हथेली पर बीजेपी को उठाने को लेकर तैयार हैं. बीजेपी ने कभी जातियों को लेकर ब्रांडिंग नहीं की है. यदुवंशियों का साथ बीजेपी को हर चुनाव में मिला है. यादवों में कंस भी थे और भगवान कृष्ण भी थे. आज के कृष्ण का साथ प्रधानमंत्री मोदी के साथ है.


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