राज्यपाल फागू चौहान ने मंजूर किया शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी का इस्तीफा, आज ही संभाली थी विभाग की बागडोर
आज ही शिक्षा मंत्री का पदभार ग्रहण करने वाले जेडीयू नेता मेवालाल चौधरी ने नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद इस्तीफा दे दिया था और अपना इस्तीफा राजभवन भेज दिया था, जिसे राज्यपाल ने स्वीकार कर लिया है.
पटना: राज्यपाल फागू चौहान ने शिक्षा मंत्री का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. दरसअल, आज ही शिक्षा मंत्री का पदभार ग्रहण करने वाले जेडीयू नेता मेवालाल चौधरी ने नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद इस्तीफा दे दिया था और अपना इस्तीफा राजभवन भेज दिया था, जिसे राज्यपाल ने स्वीकार कर लिया है. सीएम नीतीश केे सलाह पर इस्तीफा स्वीकार करने के बाद राज्यपाल ने भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी को शिक्षा विभाग की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी है.
दरसअल, तारापुर विधायक मेवालाल चौधरी जिन्हें शिक्षा विभाग की जिममेदारी सौंपी गई थी, वो कृषि विश्वविद्यालय, सबौर में नियुक्ति घोटाले में आरोपित हैं. उन्हें कैबिनेट में जगह देकर नीतीश कुमार फंस गए थे. एक दागी नेता को मंत्री बनाए जाने पर विपक्ष लगातार सीएम नीतीश के जीरो टॉलरेंस पर सवाल खड़े कर रही थी. वहीं, नियुक्ति घोटाला मामले में आरोपित मेवलाल को बर्खास्त करने की मांग कर रहे थे. ऐसे में उन्होंने आज खुद ही इस्तीफा दे दिया.
मा. मुख्यमंत्री जी,
जनादेश के माध्यम से बिहार ने हमें एक आदेश दिया है कि आपकी भ्रष्ट नीति, नीयत और नियम के खिलाफ आपको आगाह करते रहें। महज एक इस्तीफे से बात नहीं बनेगी। अभी तो 19 लाख नौकरी,संविदा और समान काम-समान वेतन जैसे अनेकों जन सरोकार के मुद्दों पर मिलेंगे। जय बिहार,जय हिन्द — Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) November 19, 2020
हालांकि, मेवालाल चौधरी के इस्तीफा देने के बावजूद इस मसले पर राजनीति नहीं थमी है. शिक्षा मंत्री के इस्तीफा देने के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर हमला बोला है. तेजस्वी ने ट्वीट कर लिखा है कि सिर्फ एक इस्तीफे से बात नहीं बनेगी.
तेजस्वी यादव ने लिखा, ''माननीय मुख्यमंत्री जी, जनादेश के माध्यम से बिहार ने हमें एक आदेश दिया है कि आपकी भ्रष्ट नीति, नीयत और नियम के खिलाफ आपको आगाह करते रहें. महज एक इस्तीफे से बात नहीं बनेगी. अभी तो 19 लाख नौकरी, संविदा और समान काम-समान वेतन जैसे अनेकों जन सरोकार के मुद्दों पर मिलेंगे. जय बिहार, जय हिन्द.''
एक दूसरे ट्वीट में तेजस्वी ने लिखा, ''मैंने कहा था ना आप थक चुके हैं, इसलिए आपकी सोचने-समझने की शक्ति क्षीण हो चुकी है. जानबूझकर भ्रष्टाचारी को मंत्री बनाया. थू-थू के बावजूद पदभार ग्रहण कराया. घंटे बाद इस्तीफ़े का नाटक रचाया. असली गुनाहगार आप हैं. आपने मंत्री क्यों बनाया??आपका दोहरापन और नौटंकी अब चलने नहीं दी जाएगी?''