Bihar: पटना में डेंगू के 2700 केस, चल रहा फॉगिंग अभियान, सरकारी अस्पतालों की कैसी है व्यवस्था, देखिए ये रिपोर्ट
Dengue Alert: शनिवार को एबीपी की टीम ने अस्पतालों का जायजा लिया. मरीजों से बातचीत की. फॉगिंग के पूरे कार्य को देखा.
पटना: बिहार में डेंगू (Dengue Case Bihar) का प्रकोप बढ़ता जा रहा. सबसे ज्यादा मरीज पटना में हैं. पटना में डेंगू मरीजों की संख्या 2700 हो गई. शुक्रवार को पटना के अजीमाबाद में सबसे अधिक 55 मरीज मिले. बांकीपुर में 53, कंकड़बाग में 16, पाटलिपुत्र में 24, पटना साहिब में 6 मरीज मिले. पटना नगर निगम स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर फॉगिंग (Fogging)अभियान चला रहा. पटना के सभी वार्डों में दिनभर में तीन बार फॉगिंग की जा रही. जिन इलाकों में डेंगू मरीजों की संख्या ज्यादा है. वहां एंटी लार्वा का छिड़काव हो रहा. वहीं एबीपी की टीम ने पटना नगर निगम के दफ्तर से लेकर सरकारी अस्पतालों का जायजा लिया. इस दौरान फॉगिंग का कार्य देखा और सरकारी अस्पताल के मरीजों से बातचीत की.
पटना नगर निगम के दफ्तर में फॉगिंग अभियान
हर दिन नगर निगम की दो से तीन शिफ्ट में फॉगिंग गाड़ियां निकल रही. वो प्रत्येक वार्ड में जा रही. एबीपी न्यूज की टीम पटना नगर निगम के दफ्तर पहुंची. फॉगिंग मशीन वहां लगी थी. फॉगिंग का काम बिहार विधानसभा के पास के इलाके हार्डिंग रोड में हो रहा था. नगर निगम के फॉगिंग वाहन के ड्राइवर सरफराज ने दिखाया कि किस तरह फॉगिंग अभियान चल रहा. पटना के सरकारी अस्पतालों एनएमसीएच, पीएमसीएच, इत्यादि में भारी संख्या में डेंगू मरीज हैं. उनको देखने टीम एबीपी एनएमसीएच पहुंची. यहां डेंगू वार्ड के अंदर प्रवेश किया. महिला वार्ड में डेंगू से पीड़ित महिलाएं थी. इलाज चल रहा है. मच्छरदानी में सभी थे.
मरीजों ने कहा हमें सारी सुविधा मिल रही
इस दौरान डेंगू मरीज मीना देवी ने कहा कन 12 तारीख से यहां भर्ती हैं. पहले से थोड़ा ठीक हैं. डॉक्टर समय पर आते हैं. बढ़िया इलाज हो रहा. दवा यहां अस्पताल में मिल जाती है और जो नहीं मिलता वह बाहर से मंगवा लेते. डेंगू मरीज रोजी खातून ने कहा कि 14 तारीख से यहां भर्ती हैं. इलाज ठीक से हो रहा. वहीं पुरुष वार्ड में मुकेश कुमार 14 तारीख से भर्ती हैं. उन्होंने कहा कि बेहतर इलाज हो रहा. जल्द ठीक हो जाएंगे. अस्पताल में हर संभव मदद मिल रही है.
डेंगू का टेस्ट कराने भारी संख्या में पहुंच रहे लोग
वहीं एनएमसीएच के डेंगू वार्ड के नोडल ऑफिसर ने कहा कि अभी 22 मरीज हैं. बेड की कमी नहीं है. मरीज ठीक हो रहे. डिस्चार्ज कर रहे हैं. कई मरीजों का प्लेटलेट्स ठीक हो गया है. तीन से चार मरीज क्रिटिकल हैं. सब तरह का दवा दे रहे. ब्लड प्लेटलेट की जरूरत हो तो प्लेटलेट की व्यवस्था करा रहे. ब्लड बैंक से टाईअप है. इसके अलावा टीम ने देखा कि भारी संख्या में लोग डेंगू का टेस्ट कराने आ रहे हैं. लाइन लगी थी. लोग ब्लड सैंपल दे रहे थे.
गर्दनीबाग सरकारी अस्पताल के बगल में बना कचरा डंप सेंटर!
इस दौरान नगर निगम की बड़ी लापरवाही गर्दनीबाग में देखने को मिली. गर्दनीबाग सरकारी अस्पताल के बगल में कचरा डंप सेंटर बना दिया गया है. पटना के विभिन्न इलाकों से कचरा उठाकर लाकर यही रख दिया जाता. काफी गंदगी थी यहां. यह इलाका गंदगी की जद में आ गया है. अस्पताल में डेंगू का इलाज कराने आ रहे लोगों को कचरा डंप सेंटर से खतरा है. आस पास के लोग भी डेंगू की चपेट में आ सकते. कचरा डंप सेंटर शहर से बाहर बनाना चाहिए था. पटना में सबसे ज्यादा डेंगू के मरीज हैं. हर तरफ साफ सफाई रखना चाहिए, लेकिन यहां अस्पताल के बगल में ही कचरा डंप सेंटर बना दिया गया. यहां ठीक बगल में पटना सिविल सर्जन का भी कार्यालय है.
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