गया: बिहार के वैशाली में सोमवार (16 अक्टूबर) को एक जांबाज सिपाही अपराधियों की गोली से शहीद हो गया. शहीद साथी अमिता बच्चन का बदला भी कुछ ही देर में जवानों ने ले लिया जब पुलिस हिरासत से बदमाशों ने भागने की कोशिश की. इस एनकाउंटर में बिट्टू कुमार और सत्यप्रकाश उर्फ गोलू को पुलिस ने मार गिराया था. अब जानिए सत्यप्रकाश उर्फ गोलू की पूरी कहानी जिसने 2020 में अपने ही चाचा को मौत के घाट उतार दिया था. आज पूरा परिवार जेल में है.


हत्या के बाद फेंक दिया था चाचा का शव


पुलिस एनकाउंटर में मारा गया अपराधी सत्यप्रकाश उर्फ गोलू गया जिले के मानपुर प्रखंड का बुनियादगंज थाना क्षेत्र का रहने वाला था. सत्यप्रकाश पर अपने चाचा की हत्या की प्राथमिकी बुनियादगंज थाने में दर्ज थी. 31 दिसंबर 2020 को उसने अपने चाचा सुनील शर्मा की हत्या की थी और शव को फेंक दिया था. इस मामले में सत्यप्रकाश और उसके घर के परिजनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी.


हत्या के बाद से फरार था सत्यप्रकाश उर्फ गोलू


बताया जाता है कि चाचा की हत्या के मामले में सत्यप्रकाश के पिता अनिल शर्मा, मां, बहन और भाई प्रिंस कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. आज ये सभी लोग जेल में हैं. घटना के बाद से सत्यप्रकाश उर्फ गोलू फरार चल रहा था. वह नाबालिग से ही अपराध की दुनिया में घुस गया था. वर्ष 2016 में नाबालिग में ही मारपीट और हत्या के प्रयास के मामले में बुनियादगंज थाने में केस दर्ज हुआ था जिसमें इसका नाम था.


सत्यप्रकाश उर्फ गोलू पर ये तीन केस थे दर्ज



  • बुनियादगंज थाना कांड सं0-02/22, दिनांक 07.01.22, धारा 147/148/149/302/201, जिला- गया

  • बुनियादगंज थाना कांड सं0-93/16, दिनांक- 11.06.16, धारा-341/323/504/506/34, जिला- गया

  • बुनियादगंज थाना कांड सं0-200/20, दिनांक-31.12.20, धारा-341/323/307/34, जिला- गया


टॉप-10 अपराधियों की लिस्ट में था नाम


सत्यप्रकाश उर्फ गोलू पर कई मामले दर्ज थे. इतने अपराध किए कि गया जिले की लिस्ट में उसका नाम टॉप-10 की सूची में पुलिस ने शामिल कर दिया. गया जिले में पुलिस इसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास कर रही थी लेकिन ये हत्या की घटना के बाद से ही फरार चल रहा था.


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