हाजीपुर: देश के सबसे बड़े सोना लूट कांड के आरोपी यूसुफ कैसर उर्फ राज हनी की हत्या मामले में पुलिस ने मंगलवार (19 सितंबर) को बड़ा खुलासा किया है. 10 सितंबर की रात बदमाशों ने राज हनी को गोलियों से छलनी कर दिया था. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हत्यारे समेत तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है. वैशाली एसपी रवि रंजन ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि इनके पास से दो पिस्टल, दो बाइक और 240 जिंदा कारतूस मिला है.
किस लिए की गई थी हत्या?
वैशाली एसपी रवि रंजन ने बताया राज हनी की हत्या लूटे गए सोने के बंटवारे को लेकर की गई है. पकड़े गए बदमाशों में अशोक कुमार, विजय कुमार और इंद्रजीत कुमार शामिल हैं. ये सभी उस कांड में शामिल थे. इस मामले में और कार्रवाई हो रही है.
आरएन कॉलेज के पास मारी गई थी गोली
10 सितंबर की रात हाजीपुर के नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत आरएन कॉलेज के पास दो बाइक पर सवार होकर चार की संख्या में बदमाश पहुंचे थे. बाइक सवार बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी थी. आरोपी राज हनी ने भागते हुए जान बचाने की कोशिश की थी लेकिन बेखौफ बदमाशों ने खदेड़कर पीछा करते हुए दनादन गोली मार दी थी. राज हनी को अस्पताल पहुंचाया गया था, लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया था.
2019 में हुआ था सोना लूट कांड
बता दें कि 2019 में हाजीपुर के मुथूट फाइनेंस से लुटेरों ने 55 किलो सोने को लूट लिया था. उस समय उसकी कीमत 22 करोड़ रुपये बताई गई थी. गन पॉइंट पर लूटकर बदमाश भाग निकले थे. इस मामले में कई आरोपी गिरफ्तार भी हुए थे और जेल भी गए थे. 55 किलो में से 18 किलो सोना बरामद किया जा चुका है. 2020 में सोना लूट के एक और आरोपी मनीष सिंह की हाजीपुर जेल के अंदर ही गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. जेल से बाहर निकलने पर राज हनी को भी मार दिया गया.
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