Bihar Crime News: बिहार के हाजीपुर (Hajipur) में प्रेमिका भाभी और प्रेमी देवर ने मिलकर दिल दहला देने वाली घटना को दिया अंजाम है. भाभी के प्रेम में पागल हो चुके शख्स ने अपनी पत्नी और 10 वर्षीय बेटे की पहले गला रेत कर हत्या कर दी. इसके बाद घर से 10 किलोमीटर दूर पत्नी और बेटे के शव को झाड़ी में फेंक कर एसिड से जला दिया.
शव मिलने से इलाके में सनसनी
14 दिन बाद मां-बेटे का शव मिलने के बाद इलाके में सनसनी फैल गई है. शव मिलने की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव की हालत को देखकर जांच के लिए फॉरेंसिक की टीम को बुलाने के बाद मामले की कार्रवाई में जुट गई है.
झाड़ी में एक साथ मिले दो शव
दरअसल, हाजीपुर के जंदाहा थाना क्षेत्र के धधूआ गांव में शनिवार 8 अप्रैल को झाड़ी में ग्रामीणों को एक साथ दो शव दिखाई दिए. इसके बाद इसकी खबर इलाके में आग की तरह फैल गई. इस दौरान लोगों ने स्थानीय पुलिस को भी इसकी सूचना दे दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले में प्रारंभिक जांच पड़ताल के बाद फॉरेंसिक टीम को बुलाया. इसके बाद पुलिस और फॉरेंसिक की टीम ने संयुक्त रूप से मामले की जांच शुरू की.
कपड़े से हुई शवों की पहचान
शुरुआत में शव की पहचान नहीं हो पाई. लिहाजा, पुलिस और फॉरेंसिक टीम ने जांच के बाद शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर हॉस्पिटल हाजीपुर ले जाने लगी. लेकिन, पोस्टमार्टम हाउस में जाने से पहले ही मृतक के परिजन पहुंच गए और महिला और बच्चे के कपड़े से दोनों की पहचान की. परिजनों ने महिला की पहचान अपनी बेटी चंचल कुमारी है और नाती आशीष कुमार के रूप में की.
पिता को दी थी मारने की धमकी
शव की पहचान होने के बाद मृतक चंचल कुमारी के पिता पप्पू ठाकुर और मां कोमल देवी ने दिल दहला देने वाली घटना का खुलासा किया. पिता पप्पू ठाकुर ने कहा कि 24 मार्च की रात हमारी बच्ची के साथ दामाद आमोद ठाकुर ने ससुराल में मारपीट की घटना को अंजाम दिया था. इसके साथ ही उसने फोन पर कहा था कि तुम्हारी बेटी को जान से मार देंगे. इसके बाद से ही बच्ची से बातचीत कराना बंद कर दिया.
घर पर नहीं मिले बेटी और नाती
इसके बाद 26 तारीख को मृतक महिला के पिता पप्पू ठाकुर ने बेटी के घर घटित होने वाली वारदात की भनक लगने पर अपनी चंचल कुमारी के ससुराल विशनपुर गांव गए, जहां चंचल कुमारी और उनके नाती आशीष कुमार घर पर नहीं मिले, जब ससुराल वालों से पूछा, तो ससुराल वालों ने दुर्व्यवहार करते हुए कहा कि मुझे नहीं पता है कि कहां गई है. आप खुद ही पता लगाइए, मुझे कोई मतलब नहीं है.
पुलिस ने नहीं लिखी रिपोर्ट
पिता ने बताया कि बेटी के ससुराल से अपमानित होकर मैं अपने घर लौट आया. इसके बाद मुखिया के पास गया, तो मुखिया ने थाने जाकर एफआईआर दर्ज कराने की सलाह दी. इसके बाद जब मैं 28 मार्च को अपनी बेटी और नाती की हत्या संबंधी प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए थाने पहुंचा, तो महुआ थाना के थाना अध्यक्ष प्रभात रंजन सक्सेना ने न सिर्फ दुर्व्यवहार किया, बल्कि प्राथमिकी दर्ज करने को लेकर पैसे की डिमांड भी की.
वह दो-तीन दिन तक थाने दौड़ाता रहा. इस दौरान थाना अध्यक्ष अपने आवास पर भी बुलाया और पैसा नहीं देने पर गाली गलौज और मारपीट कर भगा दिया. पीड़ित पिता ने कहा अगर महुआ थाने में एफआईआर कर पुलिस कार्रवाई करती तो हमारी बच्ची और नाती की जान बच सकती थी.
मृतक की मां ने बताई ये कहानी
मृतक महिला की मां कोमल देवी ने बताया कि जब भी हमारी बेटी हमारे पास आती थी, तब कहती थी कि पति हमारी बात नहीं मानते हैं और वह अपनी भाभी के इशारे पर चलते हैं. भाभी के कहने पर वो हमारे साथ अक्सर मारपीट भी करते हैं. मृतका की मां ने आरोप लगाया कि दामाद का अपनी भाभी के साथ गलत संबंध भी है. इसको लेकर हमारी बेटी चंचल कुमारी और नाती आशीष कुमार की गला रेतकर हत्या कर दी गई और एसिड से जलाकर झाड़ी में फेंक दिया गया.
मामले की जांच में जुटी पुलिस
शव मिलने के बाद मौके पर पहुंचे जंदाहा थाना के पुलिस विश्वनाथ राम ने बताया कि एक महिला और एक बच्चे का शव मिला है. देखने से लग रहा है कि कहीं से हत्या कर यहां डाला गया है. फॉरेंसिक टीम इस मामले की जांच कर रही है. उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम कराने के बाद शवों को परिजनों को सौंप दिया जाएगा.
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