Hajj Pilgrimage 2023: हज यात्री अब कैशलेस जा सकेंगे मक्का मदीना, फॉरेक्स कार्ड से मिलेगी ये सुविधा
Mecca Madina: पूरे भारत में एक लाख 40 हजार हज यात्री इस बार यात्रा करेंगे, जिसमें 5640 बिहार के हज यात्री हैं. यात्रियों के लिए इस बार कैशलेस व्यवस्था की गई है.
पटना: इस बार हज यात्रियों (Hajj Pilgrimage) को मक्का मदीना (Mecca Medina) जाने के लिए कैश में पैसे ले जाने की जरूरत नहीं है. केंद्रीय हज कमेटी ने कैशलेस सुविधा उपलब्ध कराते हुए हज यात्रियों को फॉरेक्स कार्ड उपलब्ध कराएगा. इस कार्ड से हज यात्री सऊदी में रियाल निकाल सकेंगे. यह कार्ड हज यात्रियों को हवाई जहाज पर चढ़ने से पहले हवाई अड्डे पर दिया जाएगा, जिसे स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के कर्मचारी हज यात्रियों को देंगे. इसके लिए हज यात्रियों को 10 हजार भारतीय रुपये उसी वक्त बैंक कर्मचारी को देने होंगे. यह कार्ड पूरी तरह एटीएम कार्ड की तरह ही होगा. फॉरेक्स कार्ड से सऊदी में रियाल निकाला जा सकता है.
फॉरेक्स कार्ड से कर सकते हैं ऑनलाइन शॉपिंग
फॉरेक्स कार्ड से ऑनलाइन शॉपिंग के साथ-साथ खाने पीने सहित अन्य कोई भी सामान खरीदने के लिए इस कार्ड का उपयोग किया जा सकता है. इस कार्ड पर लेनदेन भी हो सकेंगे. अगर कार्ड में रुपये खत्म हो जाते हैं तो भारत में अपने परिजनों को फोन करके अपने कार्ड में रुपये ट्रांसफर करवा सकते हैं.
'पहले दिए जाते थे कि सऊदी रियाल में कैश'
बिहार हज कमेटी के चेयरमैन हाजी अब्दुल हक ने जानकारी देते हुए बताया कि इस बार केंद्रीय हज कमेटी ने हज यात्रियों को कैश में सऊदी रियाल नहीं देने का निर्णय लिया है. उसके बदले फॉरेक्स कार्ड दिया जाएगा, जिससे हज यात्री मक्का मदीना में खर्च कर सकते हैं. इस वर्ष से पहले हज यात्रियों को 2100 सऊदी रियाल हवाई अड्डे पर दिए जाते थे, जो भारतीय रुपये के हिसाब से लगभग 46 हजार के आसपास होते थे लेकिन इस बार हज कमेटी ने निर्णय लिया है कि कैशलेस हज यात्री यात्रा करेंगे. उन्होंने बताया कि अभी हज यात्रियों से चार लाख रुपये लिए जाते हैं, जिसमें हवाई जहाज का किराया और 40 दिनों तक रहने और खाने-पीने के साथ 2100 रियाल दिए जाते थे.
मई महीने से हज की यात्रा की शुरुआत होगी
अब्दुल हक ने बताया कि इस बार मई महीने से हज की यात्रा की शुरुआत होगी. उसके लिए रजिस्ट्रेशन का काम पूरा हो गया है. पूरे भारत में एक लाख 40 हजार हज यात्री इस बार यात्रा करेंगे, जिसमें 5640 बिहार के हज यात्री है, जिन्होंने रजिस्ट्रेशन करवाया है. इसमें 3500 हज यात्री गया से उड़ान भरेंगे. बाकी हज यात्री कुछ कोलकाता से तो कुछ अन्य जगहों से उड़ान भरेंगे. इसमें 276 हज यात्री 70 वर्ष से ऊपर के है तो 44 महिला हज यात्री भी हैं.
'हम लोग करेंगे अल्टरनेट व्यवस्था'
केंद्रीय हज कमेटी के कैशलेस हज यात्रा में फॉरेक्स कार्ड के निर्णय पर बिहार हज कमेटी ने नाराजगी दिखाई है. चेयरमैन हाजी अब्दुल हक ने कहा कि बिहार में साढ़े पांच हजार से ऊपर हज यात्रियों का रजिस्ट्रेशन किया गया है. इसमें 70% ऐसे हज यात्री है जो ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं हैं और उन्हें एटीएम कार्ड तक चलाने नहीं आता है. ऐसे हज यात्री को फॉरेक्स कार्ड से परेशानी होगी. हम लोग अगर व्यवस्था नहीं करते हैं तो वे लोग वहां जाकर ठगी का भी शिकार हो सकते हैं. इन्हें भारतीय रुपये के बदले सऊदी रियाल लेने में परेशानी हो सकती है. ऐसे में बिहार हज कमेटी ने निर्णय लिया है यहां के बैंकों की मदद से जो हज यात्री कार्ड लेकर जाना चाहते हैं वो ले सकते हैं लेकिन जो कैश लेकर सऊदी जाना चाहते हैं तो उन्हें कैश में 21 हजार रियाल एयरपोर्ट पर दिया जाएगा. यह बिहार हज कमेटी की ओर से होगा.