कब खत्म होगी चिराग पासवान की नाराजगी? हाजीपुर सीट पर रार! चाचा-भतीजा दोनों ठोक रहे दावा
Chirag Paswan News: बिहार में एनडीए में सीट शेयरिंग से पहले चिराग पासवान की नाराजगी की चर्चा जोर पकड़ चुकी है. मामला हाजीपुर सीट को लेकर फंस गया हुआ है.
Bihar News: बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं और इनमें से एक सीट है हाजीपुर जहां से दिवंगत पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान (Ramvilas Paswan) सांसद रहे हैं. हाजीपुर सीट को रामविलास का गढ़ माना जाता है. इस बार हाजीपुर सीट को लेकर न सिर्फ़ पासवान परिवार में बल्कि एनडीए गठबंधन में भी तकरार छिड़ी हुई है.
रामविलास पासवान के भाई पशुपति पारस यहां के सांसद हैं और वो बार-बार कह रहे हैं कि वह इस सीट से चुनाव लड़ेंगे तो दूसरी तरफ रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान (Chiraj Paswan) भी यहां से दावेदारी कर रहे हैं. हाजीपुर सीट को लेकर झगड़ा इतना बढ़ गया है कि चिराग के NDA से नाराज़ होने की ख़बरें भी आ रही हैं. इसी के बीच RJD नेता तेजस्वी यादव ने चिराग को INDIA गठबंधन में शामिल होने का ऑफर भी दे दिया है. 2019 में पशुपति पारस यहां से निर्वाचित हुए थे.
चिराग की नाराजगी की खबरें क्यों?
पिछले दिनों पीएम मोदी जब बिहार दौरे पर आए और उन्होंने रैली की तो उस रैली से चिराग नदारद रहे. सूत्रों की मानें तो उन्हें हाजीपुर सीट को लेकर भरोसा नहीं मिल रहा. उम्मीद के मुताबिक पार्टी को सीट का भरोसा नहीं मिलने से वह नाराज चल रहे हैं. पिछले कई दिनों से चिराग सामने भी नहीं आ रहे. बिहार में पासवान जाति के वोटरों की बात करें तो इनकी संख्या करीब 6 प्रतिशत है. बिहार के हर जिले में पासवान जाति के वोटर मौजूद हैं. इस वोट पर रामविलास पासवान की मजबूत पकड़ थी. रामविलास पासवान के निधन के बाद चिराग दावा कर रहे हैं.
2019 में NDA का सीट फॉर्मूला
2019 में एनडीए के तहत बीजेपी ने 17 सीटों पर चुनाव लड़ा था और उतनी ही सीटें जेडीयू को दी गई थीं जबकि बाकी छह पर लोक जनशक्ति पार्टी ने चुनाव लड़ा था. बीजेपी ने 17 और जेडीयू ने 16 सीटों पर चुनाव जीता था जबकि एलजेपी सभी छह सीट अपने नाम करने में कामयाब रही थी.
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