Buxar News: चिनूक विमान को दुरुस्त करने पहुंची एयर फोर्स की स्पेशल टीम, सामने आया इमरजेंसी लैंडिंग का वीडियो
Chinook Emergency Landing: भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर चिनूक में आई तकनीकी खराबी के बाद उसकी इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई थी. हेलीकॉप्टर प्रयागराज से बिहटा जा रहा था.
बक्सरः राजपुर थाना क्षेत्र के मानिकपुर गांव में बीते बुधवार की शाम भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर चिनूक में आई तकनीकी खराबी के बाद उसकी इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई थी. मानिकपुर हाई स्कूल में कराई गई इमरजेंसी लैंडिंग का वीडियो अब सामने आया है, जिसे लैंड करते समय वहां के आसपास के ग्रामीणों ने बनाया था. गुरुवार को चिनूक हेलीकॉप्टर को दुरुस्त करने के लिए एयरफोर्स की विशेष टीम दूसरे हेलीकॉप्टर से पहुंची.
हालांकि विद्यालय परिसर में कीचड़ और पानी होने के कारण हेलीकॉप्टर का पहिया जमीन में धंस गया है. इस वजह से एयरफोर्स की स्पेशल टीम को परेशानी भी हो रही है. बता दें कि हेलीकॉप्टर प्रयागराज से बिहटा जा रहा था. प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई कि विमान के इंजन में खराबी आई थी जिसकी वजह से पायलट ने सूझबूझ दिखाते हुए सुरक्षित जगह पर लैंडिंग करा दी. यदि ऐसा नहीं होता तो कोई बड़ा हादसा हो सकता था. बताया जा रहा है कि जिस चिनूक हेलीकॉप्टर विस्फोटक सामग्री से भरा था. ऐसे में छोटी सी चिंगारी भी बड़े हादसे का कारण बन सकता था.
पढ़ें चिनूक विमान की यह खास विशेषताएं
पुलवामा हमले के बाद 2019 में चिनूक हेलीकॉप्टर को भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया था. यह हेलीकॉप्टर से 10 टन वजन लेकर हवा में उड़ सकता है. इसकी खासियत यह है कि दुर्गम से दुर्गम इलाकों में भी ऑपरेशन करने के लिए यह हेलीकॉप्टर कारगर है. इसमें एक साथ 50 से 55 लोग सवार हो सकते हैं और 20 हजार फीट तक ऊंचाइयों पर उड़ान भर सकता है. इसी चिनूक हेलीकॉप्टर ने ओसामा बिन लादेन को मार गिराने में अहम भूमिका निभाई थी. इस हेलीकॉप्टर को 2015 में भारत में अमेरिका से 2015 में खरीदे थे, जो कि 2019 में चार चिनूक हेलीकॉप्टर को भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया था.
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