Bullet Train Will Run In Bihar: बिहार वासियों का सपना जल्द पूरा होने वाला है. क्योंकि अब बिहार में सेमी हाई स्पीड ट्रेन के बाद अब आंधी से भी तेज रफ्तार वाली बुलेट ट्रेन जल्द ही बिहार में दौड़ने वाली है. इसके लिए नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने वाराणसी-हावड़ा बुलेट ट्रेन कॉरिडोर के लिए बिहार का रूट चार्ट जारी कर दिया गया है. बुलेट ट्रेन का पूरा काम दो फेज में शुरू होगा. पहले फेज में बक्सर, पटना और गया जबकि दूसरे फेज में आरा और जहानाबाद में स्टेशन बनाए जाएंगे. सभी पांचों जिलों में जमीन का अधिग्रहण शुरू हो चुका है.


भोजपुर में 95 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण होगा


पटना में 60 किमी से ज्यादा एलिवेटेड ट्रैक बनेगा और इसके लिए दानापुर, फुलवारी शरीफ, संपतचक, मसौढ़ी और विक्रम क्षेत्र में 135 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा. भोजपुर जिले में एलिवेटेड ट्रैक और स्टेशन के लिए लगभग 95 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा, जहां ट्रैक की लंबाई करीब 50 किलोमीटर होगी. इस संबंध में जिलाधिकारी और रेल अधिकारियों के बीच बैठक कर डीपीआर और प्रस्ताव की मांग की गई है. नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन के जारी नक्शे के अनुसार भोजपुर जिला के 38 गांवों से होकर बुलेट ट्रेन गुजरेगी. 


बिहार में बुलेट ट्रेन के रूट पर सर्वे का काम नई दिल्ली की टीला कंसल्टेंट प्रा लिमिटेड की टीम कर रही है. इससे पहले आइडियल इंप्रेशन मार्केट रिसर्च द्वारा प्रारंभिक सर्वे किया गया था. इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत भोजपुर जिले में भी बुलेट ट्रेन के एक स्टेशन का निर्माण किया जाएगा. ऐसी संभावना जताई जा रही है कि सर्वे कार्य पूरा होने के बाद 2025 से भूमि अधिग्रहण का काम भी शुरू हो जाएगा. वाराणसी हावड़ा रुत पर बुलेट ट्रेन 350 किलोमीटर की स्पीड से दौड़ेगी और दो घंटे में आरा से हावड़ा का सफर पूरा होगा.


वाराणसी से हावड़ा की दूरी 799.293 किलोमीटर है, जो दिल्ली-हावड़ा बुलेट ट्रेन परियोजना का हिस्सा है. बिहार में एलिवेटेड रेलवे ट्रैक के सहारे जापानी तकनीक से हाई स्पीड ट्रेन दौड़ेगी. फाइनल डीपीआर के तहत पूर्व में किए गए सर्वेक्षण में आंशिक बदलाव के साथ एक बार फिर से सर्वे कार्य जारी है. सर्वे कर्मी गांव-गांव जाकर मार्ग में आने वाले घरों व पक्का संरचनाओं व विद्यमान ढांचों का आंकड़ा एकत्रित कर रहे हैं. सर्वे का कार्य नई दिल्ली की टीला कंसल्टेंट प्रा लिमिटेड के जरिए किया जा रहा है. पूर्व में आइडियल इंप्रेशन मार्केट रिसर्च ने प्रारंभिक सर्वे कार्य किया था. इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत आरा में भी एक स्टेशन बनना है.


सर्वे कार्य पूरा होने के बाद 2025 से भूमि अधिग्रहण का काम शुरू होने की उम्मीद है. अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन नेटवर्क के पूरा होने के साथ ही सरकार वाराणसी-हावड़ा बुलेट ट्रेन नेटवर्क पर ध्यान केंद्रित करेगी. वाराणसी हावड़ा बुलेट ट्रेन के लिए बिहार में कुल पांच स्टेशन बनेंगे. प्रथम चरण में बक्सर, पटना व गया और दूसरे चरण में आरा व जहानाबाद में स्टेशन बनाया जाएगा. आंशिक रूप परिवर्तन के बाद आरा के लिए उदवंतनगर के वास्तु विहार के समीप बुलेट ट्रेन का स्टेशन बनाया जाएगा.


'भूमि अधिग्रहण के बाद निर्माण कार्य शुरू होगा'


टीला कंसल्टेंट प्रा लिमिटेड दिल्ली के सुपरवाइजर राज कुमार राव ने बताया कि फाइनल डीपीआर पर काम चल रहा है. रूट में आंशिक बदलाव के बाद सर्वेक्षण कार्य अंतिम चरण में है. मिट्टी जांच के बाद जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा. भूमि अधिग्रहण के बाद निर्माण कार्य शुरू हो सकेगा. वाराणसी-हावड़ा बुलेट ट्रेन परियोजना बिहार के बक्सर, आरा, पटना, जहानाबाद, गया होते हुए झारखंड के हजारीबाग, कोडरमा, गिरीडीह, धनबाद से पश्चिम बंगाल के आसनसोल, बर्द्धमान होते हुए हावड़ा जाएगी. ग्रामीण क्षेत्र में सर्किल दर से 4 गुणा मुआवजा मिलेगा. बाताया जा रहा है कि वाराणसी-हावड़ा बुलेट ट्रेन 350 किलोमीटर की स्पीड से दौड़ेगी और दो घंटे में आरा से हावड़ा का सफर पूरा होगा.


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