पूर्णियाः जिले में बिना निबंधन और अवैध रूप से काम कर रहे अस्पतालों पर प्रशासन ने शिंकजा कसना शुरू कर दिया है. दरअसल, पूर्णिया के सिविल सर्जन डॉ. एसके वर्मा ने अवैध रूप से चल रहे अस्पताल पर निबंधन नहीं होने के कारण और डॉक्टरों की कमी के कारण सेंसफोर्ड अस्पताल पर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया था. इसके बाद अस्पताल के संचालक का एक ऑडियो वायरल हो गया जिसमें उसने डीएम और सीएस तक को हटाने की बात कह दी थी. इस मामले में अब अस्पताल के संचालक अवध साहनी को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. 


बिना निबंधन और ट्रेंड टेक्नीशियन के आईसीयू चलाने का आरोप


वायरल ऑडियो में अवध सैनी एक निजी चैनल को प्रार्थमिकी दर्ज की खबर चलाने पर गुस्साते हुए सीएस और डीएम को धमकी देते सुनाई दे रहा है. पूर्णिया के एसपी दयाशंकर ने बताया कि अवध सहनी पर बिना निबंधन और ट्रेंड टेक्नीशियन के आईसीयू चलाने का आरोप था. उससे सदर एसडीपीओ खुद से पूछताछ कर रहे हैं.


सिविल सर्जन डॉ. एसके वर्मा ने कहा कि उन्हें सूचना मिली थी कि कुछ अस्पताल हैं जो बिना निबंधन के चलाए जा रहे हैं. इसकी जांच के लिए उन्होंने तीन सदस्य की जांच कमेटी बनाई. कमेटी ने जब लाइन बाजार के सेंसफोर्ड अस्पताल की जांच की तो पता चला कि यह अस्पताल स्वास्थ्य विभाग से निबंधित नहीं है. इसके अलावा यहां पर बिना अनुमति के आईसीयू भी चलाया जा रहा है.


यहां आईसीयू में ट्रेंड टेक्नीशियन और डॉक्टर भी नहीं थे. इसके बाद अस्पताल पर खजांची हाट थाना में प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया गया था. जब सीएस व डीएम को धमकी का मामला सामने आया तब सिविल सर्जन ने इस मामले में भी प्राथमिकी दर्ज कराई है. हिरासत में लिए जाने से पहले अवध सहनी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी करते हुए खुद पर लगे आरोपों को खारिज किया और कॉल रिकॉर्डिंग को एडिट करने का दावा किया है.


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