बिहार चुनाव: आपने जिसे वोट दिया उसे ही पड़ा है या नहीं, जानिए कैसे वीवीपैट मशीन से कर पाएंगे चेक
नेताओं के प्रचार, नारे, वादों और दावों के बाद बिहार में जनता की बारी है. कल जनता ईवीएम का बटन दबाकर अपने आने वाले पांच साल के भविष्य का फैसला करेगी. कोरोना काल में होने जा रहे इस चुनाव पर सभी की निगाहें टिकी हैं.
नई दिल्ली: बिहार में सियासी रण अपने चरम पर है. 15 साल से बिहार की कुर्सी पर बैठे नीतीश कुमार एक बार फिर सरकार बनाने को लेकर आश्वस्त हैं. वहीं तेजस्वी यादव के युवा जोश की अगुवाई में महागठबंधन सरकार बनाने के सपने देख रहा है.
इसी सियासी कसमकश के बीच कल का दिन बिहार की जनता के लिए बेहद महत्वपूर्ण है. बिहार में कल यानी मंगलवार को पहले चरण की 71 विधानसभा सीटों के लिए वोटिंग होगी. पहले चरण में 16 जिलों की जनता कुल 1066 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेगी.
नेताओं के प्रचार, नारे, वादों और दावों के बाद बिहार में जनता की बारी है. कल जनता ईवीएम का बटन दबाकर अपने आने वाले पांच साल के भविष्य का फैसला करेगी. कोरोना काल में होने जा रहे इस चुनाव पर सभी की निगाहें टिकी हैं.
वीवीपैट मशीन से जानें आपका वोट पड़ा या नहीं बिहार विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की प्रक्रिया कल सुबह आठ बजे से शुरू होगी और शाम के छह बजे तक लोग वोट डाल सकेंगे. इसके लिए चुनाव आयोग ने पूरी तैयारी कर ली है. यहां हम आपको बताने जा रहे हैं कि आप जिस उम्मीदवार को अपने विधानसभा क्षेत्र में वोट करना चाहते हैं उन्हें इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में बटन दबाने के बाद वोट पड़ा है या नहीं यह कैसे जानें....
ईवीएम में अपने पसंद के उम्मीदवार के चुनाव चिन्ह पर मतदान करने के बाद एक बीप की आवाज सुनाई देती है. बीप की आवाज के तुरंत बाद मतदाता वोटर वेरीफाएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (VVPAT) मशीन में एक स्लिप देख सकते हैं. ये स्लिप सात सेकेंड तक दिखती है. इसमें मतदाता ये देख सकते हैं कि उन्होंने जिस कैंडिडेट को वोट किया है उनका वोट उसी कैंडिडेट को गया है या नहीं.
सात सेकेंड तक दिखेगी पर्ची इसे आसान भाषा में बताएं तो ईवीएम मशीन के बगल में एक दूसरी डब्बे के आकार की मशीन रखी रहती है. इसे वीवीपैट मशीन कहते हैं. वीवीपैट मशीन में एक ट्रांसपैरेंट विंडो होती है. जब आप ईवीएम में वोट करते हैं तो इसी ट्रांसपैरेंट विंडो के अंदर एक पर्ची दिखाई देती है. सात सेकेंड तक दिखने वाली इस पर्ची पर उम्मीदवार का नाम, क्रम संख्या और चुनाव चिन्ह अंकित रहता है. सात सेकेंड तक दिखने के बाद यह पर्ची खुदी ही नीचे लगाए गए सीलबंद बॉक्स में गिर जाती है.
वोटर आईडी नहीं है तो ऐसे कर सकते हैं मतदान अगर किसी मतदाता के पास वोटर आईडी नहीं है तो उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है. वह इसके बिना भी मतदान कर सकते हैं. वोटर आईडी के अलावा जिन पहचान पत्रों को चुनाव आयोग ने मान्यता दी है उनमें ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, राज्य सरकार या केंद्र सरकार के द्वारा जारी सर्विस आईडेंटिटी कार्ड, पैन कार्ड, बैंक या पोस्ट ऑफिस का पासबुक, मनरेगा जॉब कार्ड, श्रम मंत्रालय द्वारा जारी स्वास्थ्य बीमा कार्ड शामिल हैं.
पोलिंग बूथ पर कैसे करें वोटिंग सबसे पहले आपकी आईडी और आपका नाम वोटर लिस्ट में चेक किया जाएगा. इसके बाद आपके हस्ताक्षर लिए जाएंगे और फिर आपकी उंगली पर स्याही लगाकर आपको एक स्लिप दिया जाएगा. इसके बाद आपको आगे जाकर एक अधिकारी को वो स्लिप देना होगा और वोट डालना होगा. इसके बाद आप अपने पसंदीदा उम्मीदवार के सामने वाले बटन को दबाकर मतदान कर सकते हैं.
अगर आप किसी भी उम्मीदवार को वोट नहीं देना चाहते हैं तो आप NOTA बटन दबा सकते हैं.बिहार में विधानसभा की कुल 243 70 सीटें हैं. यहां कल सभी सीटों पर वोटिंग होने के बाद मतों की गिनती 10 नवंबर को होगी. इसी दिन तय होगा कि बिहार की गद्दी पर कौन सी पार्टी विराजमान होगी.
यह भी पढ़ें- सोनिया का नीतीश पर हमला, कहा- ‘बिहार की सरकार अहंकार में डूबी, बदलने का वक्त आ गया’ बिहार चुनाव: बिना नाम लिए लालू पर नीतीश के हमले, कहा- बेटियों पर नहीं था भरोसा, पैदा किए नौ नौ बच्चे