पटना: साल 2012 में ब्रह्मेश्वर मुखिया (Brahmeshwar Mukhiya) की हत्या हुई थी. इस मामले में सीबीआई की अदालत ने चिराग पासवान (Chirag Paswan) की पार्टी एलजेपी (रामविलास) के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष सह पूर्व विधान पार्षद हुलास पांडेय (Hulas Pandey) को आरोपी बनाया है. आरोप लगने के बाद हुलास पांडेय ने सोमवार (18 दिसंबर) को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए अपनी बात रखी और इस्तीफा दे दिया.
हुलास पांडेय ने कहा कि जब हमें आरोपी बनाया गया है तो पार्टी के पद पर रहना उचित नहीं है इसलिए हमने अपने पद संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष से इस्तीफा दे दिया है. पत्र अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान को भेज दिया है. हालांकि चिराग पासवान ने इस्तीफा मंजूर किया है या नहीं इसको लेकर उनकी तरफ से अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
'न्यायालय पर भरोसा... आगे लड़ेंगे लड़ाई'
ब्रह्मेश्वर मुखिया हत्याकांड को लेकर हुलास पांडेय ने कहा कि इस मामले में मैं दूर-दूर तक कहीं कुछ नहीं हूं. इसके बारे में मुझे कोई जानकारी भी नहीं है. ब्रह्मेश्वर मुखिया से ना तो मेरा कोई कभी संबंध रहा है ना कोई दुश्मनी रही है. इसमें मेरा नाम शामिल किया गया है. मुख्य रूप से राजनीति के तहत प्रतिशोध दिख रहा है. इसमें सीबीआई के एक दो अधिकारी शामिल हैं जिनकी वजह से मेरा नाम शामिल करके आरोपी बनाया गया है. उन्होंने कहा कि 10 लाख रुपया देकर तो गवाह बनाया जा सकता है. बिहार में बहुत बेरोजगारी है. 10 लाख रुपये के लिए कोई कुछ भी कर सकता है. उन्होंने कहा कि मुझे न्यायालय पर पूरा भरोसा है. हम आगे इस लड़ाई को लड़ेंगे.
बता दें कि केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने बीते शनिवार को कोर्ट में रणवीर सेना के प्रमुख ब्रह्मेश्वर मुखिया हत्याकांड की सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की है. इसमें चिराग की पार्टी के नेता हुलास पांडेय समेत आठ लोगों को आरोपी बनाया गया है.
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