पटना: विपक्षी एकता (Opposition Meeting) की बैठक और एनडीए (NDA) की बैठक समाप्त हो चुकी है, लेकिन अब इसके बाद बिहार में बयानबाजी भी तेज हो गई है. बुधवार को सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने इशारों-इशारों में जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) पर हमला करते हुए कहा था कि एनडीए (NDA) के बैठक में वही लोग शामिल हुए हैं जिनको हमने निकाल दिया था. साथ में अगर रहते तो बैठक में शामिल होने के लिए कहते और बैठक की सारी बातें बीजेपी (BJP) को बताते. हमने इसलिए कहा कि मर्जर करो या बाहर जाओ. इस पर गुरुवार को 'हम' संरक्षक जीतन राम मांझी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि उनका दिमाग काम नहीं कर रहा है.


सीएम नीतीश पर साधा निशाना


जीतन राम मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार के दिमाग पर और उनकी सोंच पर अब आश्चर्य होता है. वह कह रहे हैं कि हम बीजेपी के लिए खुफिया गिरी करते थे. उन्होंने इसलिए कहा कि बाहर जाओ तो फिर हम पूछना चाहते हैं कि वह हमें मर्ज करने के लिए क्यों कह रहे थे. हम मर्जर कर जाते तो और ज्यादा खुफिया गिरी करते. इस बात से पता चलता है कि वे झूठ बोल रहे हैं. वह गलत बोल रहे हैं, उनका दिमाग काम नहीं कर रहा है.


'नीतीश को कन्वेनर नहीं बनाया गया तो नाराज हो गए'


'हम' संरक्षक ने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि नीतीश कुमार जिस उद्देश्य से बेंगलुरु गए थे, उनका वह उद्देश्य पूरा नहीं हुआ. वह महागठबंधन के कन्वेनर बनना चाहते थे, लेकिन उन्हें कन्वेनर नहीं बनाया गया तो वह नाराज हो गए और मीटिंग छोड़कर चले आए. कह सकते हैं इसलिए महागठबंधन में खटपट है. वे लोग जितने नजदीक आने का प्रयास कर रहे हैं उतने ही अलग हो रहे हैं. हमको इसलिए नहीं लगता है कि महागठबंधन का प्रयास सफल होगा और 2024 में फिर काफी मतों के अंतर से नरेंद्र भाई मोदी प्रधानमंत्री बनेंगे.


प्रधानमंत्री से विशेष बातचीत नहीं हुई- जीतन राम मांझी


मांझी ने विपक्षी एकता को 'इंडिया' नाम दिए जाने पर कहा कि  'इंडिया' नाम से महागठबंधन के लोग उत्साहित है या नहीं यह तो कहना अलग है, लेकिन देश या धर्म के नाम पर किसी पार्टी का नाम रखना यह ठीक बात नहीं है. इस पर सभी लोग कानूनी प्रक्रिया में लगे हुए हैं. इसको पूरी तरह इलेक्शन कमिशन भी देख रहा है, इलेक्शन कमिशन को जो उचित लगेगा वह रिपोर्ट देगी. इस पर ज्यादा कुछ नहीं कहेंगे. हम लोग प्रधानमंत्री से मिले सभी लोगों ने उनको बुके दिए. हम भी मिले हमने भी फूल के बुके उन्हें दिए, विशेष बातें कुछ नहीं हुई है.


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