पटना: बिहार प्रशासनिक सेवा संघ (BASA) के अध्यक्ष सुशांत शेखर सिन्हा ने गुरूवार को कहा कि आईएएस (IAS) केके पाठक (KK Pathak) ने अभद्र टिप्पणी की है. अधिकारियों को गाली दी. गाली देना क्रिमिनल ऑफेंस (Criminal Offense) है. केके पाठक को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किया जाए. सचिवालय थाने में हम लोग एफआईआर (FIR) दर्ज कराने के लिए लिखित शिकायत की है.
केके पाठक के खिलाफ करेंगे प्रदर्शन- सुशांत शेखर
सुशांत शेखर ने कहा कि हम लोगों ने मांग की थी कि प्रोबेशनर डिप्टी कलेक्टरों की ट्रेनिंग में थोड़ी नरमी बरती जाए. इस बात से केके पाठक का ईगो हर्ट हो गया है इसलिए वह इस तरह की हरकत कर रहे हैं. शुक्रवार को हम लोग काली पट्टी बांधकर दोपहर एक से दो बजे के बीच में लंच के समय प्रदर्शन करेंगे जिससे केके पाठक की बुद्धि का शुद्धिकरण हो सके.
केके पाठक का वीडियो वायरल
बता दें केके पाठक मद्यनिषेध आबकारी और निबंधन विभाग के प्रधान सचिव हैं. साथ ही बिहार लोक प्रशासन और ग्रामीण विकास संस्थान के डीजी भी हैं. केके पाठक का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें वो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक करते दिख रहे हैं. इस दौरान वो काफी गुस्से में दिख रहे हैं. प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों और बिहारियों के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग करते भी इस वीडियो में नजर आ रहे हैं.
केके पाठक को पद से हटाने की मांग
वीडियो वायरल होते ही बिहार प्रशासनिक सेवा संघ ने केके पाठक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. केके पाठक को पद से हटाने की मांग कर रहा है. दरअसल, 2022 के नवंबर में गया में बीआईपीएआरडी की ओर से प्रोबेशनर डिप्टी कलेक्टरों के लिए ट्रेनिंग कार्यक्रम आयोजित की गई थी जो बिहार प्रशासनिक सेवा संघ के अनुसार एक सैन्य प्रकार का प्रशिक्षण था. इसको लेकर उन्होंने केके पाठक के संबंध में बिहार के मुख्य सचिव से शिकायत की थी और ट्रेनिंग में नरमी बरतने को कहा था.
'प्रोबेशनर डिप्टी कलेक्टरों से नाराज थे'
वहीं, 'बासा' के बिहार अध्यक्ष का कहना है कि इसके बाद से केके पाठक बासा और प्रोबेशनर डिप्टी कलेक्टरों से नाराज थे. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम जो बैठक हुई उसमें केके पाठक ने डिप्टी कलेक्टरों के खिलाफ गलत शब्दों का प्रयोग किया है.
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