(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
इडियट...! मोटा बहुत हो गया है चल... व्यवस्था टाइट करने के लिए शिक्षकों से ऐसी भाषा बोल रहे IAS केके पाठक
IAS KK Pathak: केके पाठक शुक्रवार को वैशाली में स्कूलों का निरीक्षण करने पहुंचे थे. कुल छह स्कूलों में वो गए. एक प्रिंसिपल को निलंबित किया गया जबकि पांच शिक्षकों के वेतन को बंद करने का आदेश दिया है.
हाजीपुर: बिहार का शिक्षा विभाग इन दिनों सुर्खियों में है. अपर मुख्य सचिव केके पाठक (KK Pathak) ने जब से कमान संभाली है वह अलग-अलग तरह के नियम लागू कर रहे हैं ताकि व्यवस्था को सुधारा जा सके. वैशाली में शुक्रवार (11 अगस्त) को उन्होंने कई स्कूलों का निरीक्षण किया. इस दौरान शिक्षकों की जमकर क्लास भी लगाई. 'इडियट...! मोटा बहुत हो गया है चल... ', एक शिक्षक को फटकार लगाते वक्त केके पाठक तो कुछ ऐसी भाषा भी बोल गए.
शुक्रवार को केके पाठक अचानक वैशाली के डीएम और शिक्षा अधिकारी के साथ जिले के स्कूलों का निरीक्षण करने पहुंच गए. हाजीपुर और राजापाकर प्रखंड के कुल छह स्कूलों का निरीक्षण किया गया. हाजीपुर प्रखंड के सेंदुआरी मध्य विद्यालय में निरीक्षण करने पहुंचे तो यहां कुछ अलग ही नजारा दिखा. विद्यालय में खेलकूद के सामान बिखरे पड़े थे. फुटबॉल तो था लेकिन उसमें हवा नहीं थी. केके पाठक ने पूछ दिया कि हवा नहीं है तो बच्चे कैसे खेलेंगे?
'प्रिंसिपल काम कर रहा है टीचर खड़ा है'
स्कूल के प्रिंसिपल को केके पाठक ने निर्देश दिया और कहा कि एक-एक सामान को आप दिखाएं. इस बीच केके पाठक की नजर विद्यालय के एक मोटे शिक्षक की ओर गई. उस शिक्षक को फटकार लगाते हुए केके पाठक ने कहा- "प्रिंसिपल काम कर रहा है टीचर खड़ा है, इडियट! मोटा बहुत हो गया है चल..."
छह स्कूलों के निरीक्षण के दौरान जहां कमी दिखी उसको लेकर केके पाठक ने निर्देश दिया. निरीक्षण के क्रम में मध्य विद्यालय सुभई में मानक के अनुरूप वर्ग संचालन नही पाया गया एवं अन्य अनियमितता भी पाई गई जिस पर वहां के प्रधानाध्यापक को तत्काल निलंबित करने का निर्देश देते हुए उनके विरुद्ध कार्रवाई करने की बात कही गई.
'75 फीसद उपस्थिति कराएं सुनिश्चित'
केके पाठक के द्वारा प्राथमिक विद्यालय रजौली का निरीक्षण किया गया. इस विद्यालय में कुल पांच शिक्षक पदस्थापित हैं परंतु बच्चों का नामांकन 80 पाई गई. इस पर उन्होंने नाराजगी प्रकट करते हुए तत्काल सभी शिक्षकों का वेतन बंद करने का निर्देश दिया और स्थिति में सुधार नहीं होने और बच्चों की उपस्थिति में वृद्धि नहीं होने पर वहां से शिक्षकों को अन्य जगह स्थानांतरित करने का निर्देश दिया गया. केके पाठक ने निर्देश दिया कि सभी विद्यालयों में कम से कम 75 प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कराई जाए.
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