Bihar Politics: FIR के लिए 4 घंटे बैठे IAS सुधीर कुमार, लालू ने कहा- नीतीश कुमार ने बिहार को सर्कस बना दिया
शनिवार को गर्दनीबाग स्थित एससी-एसटी थाने में शिकायत दर्ज कराने के लिए पहुंचे थे सुधीर कुमार.चार घंटे बैठने के बाद केवल दी गई थी रिसिविंग, तेजस्वी यादव भी उठा चुके सीएम नीतीश पर सवाल.
![Bihar Politics: FIR के लिए 4 घंटे बैठे IAS सुधीर कुमार, लालू ने कहा- नीतीश कुमार ने बिहार को सर्कस बना दिया IAS Sudhir Kumar sat for four hours for FIR Lalu prasad yadav said Nitish Kumar made Bihar a circus ann Bihar Politics: FIR के लिए 4 घंटे बैठे IAS सुधीर कुमार, लालू ने कहा- नीतीश कुमार ने बिहार को सर्कस बना दिया](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2021/07/18/e31d79a300b958ea71b8385472d46d6b_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
पटनाः आईएएस अधिकारी सुधीर कुमार को चार घंटे तक एक एफआईआर के लिए थाने में बैठने के मामले में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री पर तंज कसा है. लालू यादव ने कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार को सर्कस बना दिया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “नीतीश कुमार द्वारा कुचक्र रच अनुसूचित जाति वर्ग के कर्मठ अपर मुख्य सचिव के साथ ऐसा सलूक करना और स्वयं सहित भ्रष्ट अधिकारियों को बचाना नीतीश कुमार के असल चाल चरित्र और चेहरे को उजागर करता है.”
दरअसल लालू प्रसाद यादव का तंज एक आईएएस अधिकारी को चार घंटे तक थाने में बैठाए जाने को लेकर था. बीते शनिवार को पटना के गर्दनीबाग स्थित एससी-एसटी थाने में अपनी शिकायत दर्ज कराने के लिए सुधीर कुमार पहुंचे थे. यहां उनका आवेदन ले लिया गया लेकिन चार घंटे बाद भी प्राथमिकी दर्ज नहीं हो सकी थी. आवेदन लेने के बाद थानेदार वहां से निकलकर कहीं चला गया.
शनिवार को एफआईआर कराने गए थे सुधीर कुमार
खुद सुधीर कुमार ने कहा कि वह शनिवार को 12 बजे थाना पहुंचे लेकिन शाम के चार बज गए फिर भी एफआईआर दर्ज नहीं की गई. बीते पांच मार्च को वे एफआईआर दर्ज कराने के लिए शास्त्रीनगर थाना भी गए थे. वहां भी मुहर मारकर रिसिविंग दे दी गई. उस मामले में भी कुछ नहीं हुआ. एफआईआर नहीं करने के पीछे थानेदार ने क्या वजह बताई इसपर कहा कि थानेदार का कहना है कि उन्हें अंग्रेजी समझ नहीं आती है.
तेजस्वी यादव ने भी सरकार पर उठाए सवाल
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सुधीर कुमार के मामले में सरकार पर सवाल उठाए हैं. तेजस्वी ने कहा कि एक मुख्य सचिव स्तर का अधिकारी पूरे सबूतों के साथ मुख्यमंत्री और उनके अधिकारियों पर एफआईआर करने पहुंचता है लेकिन एफआईआर नहीं होती है. शिकायत दर्ज कर ली फिर पता चल जाएगा कि क्या मामला है. इसमें डर किस बात का है. इस मामले में तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सामने आकर सब बताना चाहिए.
यह भी पढ़ें-
औरंगाबाद में दर्जनों दुकानें जलकर राख, शॉर्ट सर्किट से लगी भीषण आग, करोड़ों रुपये का नुकसान
OMG! गोपालगंज में कोल्ड ड्रिंक समझ कर तेजाब के पानी को गटक गया डॉक्टर, जलने लगा मुंह
![IOI](https://cdn.abplive.com/images/IOA-countdown.png)
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![शिवाजी सरकार](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/5635d32963c9cc7c53a3f715fa284487.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)