अगर सत्ता में आए तो भूमिहीनों को जमीन और गरीबों को देंगे 1 बीएचके का फ्लैट- पप्पू यादव
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए पप्पू यादव ने कहा कि पिछले 15 वर्षों में नीतीश कुमार ने भूमि सुधार और रोजगार के लिए कोई काम नहीं किया है. राज्य की 76% फीसदी आबादी कृषि पर आधारित है जिसमें 57 फीसदी कृषक आज भी भूमिहीन हैं.
पटना: जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने शुक्रवार को पटना में एक प्रेस कांफ्रेंस आयोजित की. प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पप्पू यादव ने कहा कि अगर हम सत्ता में आए तो भूमिहीनों को जमीन देंगे, शहर में गरीबों को 1 बीएचके का फ्लैट और कानून का राज स्थापित कर महिलाओं के लिए सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे. राज्य में जितने भी बांध टूटे हैं, उन सबकी जांच 2 महीने के अन्दर करवाएंगे और भ्रष्टाचार में संलिप्त सभी नेताओं और अधिकारीयों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे. साथ ही मनरेगा और जल-जीवन-हरियाली में हो रहे भ्रष्टाचार की भी जांच करवाएंगे.
युवाओं के रोजगार के लिए नहीं लगे कारखाने
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए पप्पू यादव ने कहा कि पिछले 15 वर्षों में नीतीश कुमार ने भूमि सुधार और रोजगार के लिए कोई काम नहीं किया है. राज्य की 76% फीसदी आबादी कृषि पर आधारित है जिसमें 57 फीसदी किसान आज भी भूमिहीन हैं. युवाओं को रोजगार के लिए कोई बड़े कारखाने नहीं लगे. देश भर में 75 लाख प्रवासी मजदूर बिहारी हैं, जिन्हें अपने राज्य में काम नहीं मिलने के कारण बाहर जाना पड़ता है. लॉकडाउन के दौरान 32 लाख प्रवासी मजदूर राज्य वापस आए लेकिन अब प्लेन का टिकट और 6 महीने का पैसा देकर दूसरे राज्यों के व्यापारी उन्हें वापस ले जा रहे है.
राज्य में रोजगार मुख्य मुद्दा नहीं
टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (TISS) की एक रिपोर्ट का जिक्र करते हुए जाप अध्यक्ष पप्पू यादव ने कहा कि बिहार के हर चौथे व्यक्ति को काम की तलाश में राज्य से बाहर जाना पड़ता है. कोसी, सीमांचल, मिथिलांचल में कोई औधोगिक इकाई नहीं है. आज स्नातक से ऊपर के 60 फीसदी युवा बेरोजगार है. लेकिन फिर भी रोजगार मुख्य मुद्दा नहीं है. रोजगार, बाढ़, सुखाड़, शिक्षा और स्वास्थ्य पर चर्चा क्यों नहीं?
नीतीश कुमार को गरीबों की चिंता नहीं
किसी दलित समुदाय से आने वाले व्यक्ति को मुख्यमंत्री बनाने की सिफारिश करते हुए जाप अध्यक्ष ने कहा कि सरकार अब दलित की मौत पर उनके परिवार के किसी सदस्य को नौकरी देगी. यदि नीतीश कुमार को दलितों की इतनी चिंता है तो किसी दलित को मुख्यमंत्री बनाने की घोषणा करें. लेकिन उन्होंने तो रमई राम से लेकर कई दलित नेताओं की बेज्जती कर पार्टी से निकाल दिया.
अगर पीएम मोदी को बिहार की चिंता है तो करें यह काम
केंद्र से बिहार के जीएसटी का पैसा बकाया पर उन्होंने कहा कि, अगर नरेन्द्र मोदी को बिहार की चिंता है तो जीएसटी का बकाया पैसा तत्काल जारी करें. प्रधानमंत्री से प्रश्न करते हुए उन्होंने कहा कि सवा लाख करोड़ का क्या हुआ? इसकी घोषणा 2015 में की गयी थी लेकिन अभी तक कुछ नहीं मिला है. बिहार की जनता अब आपके झांसे में आने वाली नहीं है.
इस मौके पर राष्ट्रीय प्रधान महासचिव एज़ाज़ अहमद, प्रदेश अध्यक्ष रघुपति सिंह, प्रेमचंद सिंह, राजेश रंजन पप्पू, राघवेन्द्र सिंह कुशवाहा, अवधेश कुमार लालू और जावेद खान उपस्थित रहे. कार्यक्रम में संजीत कुमार रावत, सचिन कुमार, अमित कुमार कुंदन कुमार मोहमद फारुख आलम ने अपने समर्थकों के साथ जाप की सदस्यता ली.