पटना: बिहार सरकार ने होली में शराबियों पर नकेल कसने के लिए तैयारी कर ली है. वैसे लोग जो पर्व की आड़ में शराबबंदी कानून को धत्ता बताकर शराब पीएंगे, उन्हें जेल की हवा खानी पड़ सकती है. सोमवार को बिहार उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग की ओर से की गई पीसी में विभाग के कमिश्नर बी कार्तिकेय ने बताया कि होली के अवसर पर कानून को सख्ती से लागू कराने के लिए विभाग ड्रोन कैमरे का सहारा लेगा.
ड्रोन से होगी शराबियों की निगरानी
अधिकारी ने बताया कि अभी तक ड्रोन से शराब की भट्ठियों को चिन्हित किया जा रहा था. लेकिन इस बार होली में ड्रोन से शराबियों को चिन्हित किया जाएगा. होली में जो शराब पीकर अपने इलाके में पुलिस से छुपकर हुड़दंग करेंगे, उन्हें ड्रोन की मदद से चिन्हित कर गिरफ्तार किया जाएगा.
ट्रायल की प्रक्रिया में तेजी लाई गई
पीसी के दौरान उत्पाद कमिश्नर बी कार्तिकेय ने बताया कि शराबबंदी कानून के तहत शराब बेचने और पीने वालों पर दर्ज हुए मामले में अब ट्रायल की प्रक्रिया में तेजी लाई गई है. शराब पीने और बेचने वाले जमानत पर छूटकर घूम रहे थे. इस लिए अब ट्रायल प्रक्रिया में तेजी लाते हुए सभी को सजा दिलाने का काम किया जा रहा है. अब तक 1,12,024 मामलों में ट्रायल शुरू हो चुका है, जिसमें 1850 ट्रायल पूर्ण हो चुके हैं. अभी तक उसमें 731 व्यक्ति दोष मुक्त पाए गए हैं. जबकि 1129 व्यक्तियों को शराब मामले में सजा दी गई है.
अधिकारी ने बताया कि 2022 के जनवरी महीने में कुल 66 ट्रायल हुए, जिसमें 32 व्यक्तियों की सजा हुई है. फरवरी महीने में 86 ट्रायल हुए हैं, जिसमें 57 व्यक्तियों को सजा दी गई है. बाकी लोग दोष से मुक्त पाए गए हैं. उन्होंने बताया कि जमानत पर छूटे हुए 1874 व्यक्ति फरार हो गए हैं, इसलिए पुलिस एवं उत्पाद विभाग की टीम संयुक्त रूप से अंतर्राज्यीय अभियुक्तों को पकड़ने के लिए पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, जम्मू एंड कश्मीर आदि राज्यों में भेजी जा रही है, ताकि उन्हें गिरफ्तार कर जल्द ट्रायल प्रक्रिया पूरा की जा सके और दोषियों को सजा दिलाई जा सके.
यह भी पढ़ें -
Bihar MLC Election: कल प्रत्याशियों की सूची जारी कर सकता है JDU, पढ़ें- किन्हें मिल सकती है टिकट