रोहतास: भादो माह के पहले कैमूर पहाड़ी की तलहटी में सैलानियों द्वारा मनाए जाने वाले जश्न पर कोरोना का असर नहीं दिख रहा. रोक के बावजूद लोग घर से बाहर निकल कर कैमूर पहाड़ी की तलहटी में जश्न मना रहे हैं. खासकर युवा मौज-मस्ती के चक्कर में कोरोना को पूरी तरह से भूल चुके हैं.
हालांकि, जिला प्रशासन के निर्देश पर दरिगांव थाने की पुलिस और अधिकारी मांझर कुंड जाने वाले रास्ते पर पैनी नजर रख रहे हैं और मांझर कुंड जाने वालों को वापस घर भेज रहे हैं. वहीं लॉकडाउन के निर्देशों को ताक पर रख जश्न मनाने जाने वालों से जुर्माना भी वसूला जा रहा है. ऐसे में कार्रवाई की भनक लगते ही कई लोग पहाड़ी से नीचे ही पिकनिक का आनंद ले रहे हैं.
मालूम हो कि रक्षाबंधन के बाद भादो माह के पहले रविवार को माझंर कुंड में जश्न मनाने की वर्षों पुरानी परंपरा है. बड़ी संख्या में लोग पहुंच कर जल प्रपात में स्नान करते हैं और वहां पर पिकनिक का आनंद लेते हैं. लेकिन कोरोना महामारी को देखते हुए सरकार ने किसी भी प्रकार के जश्न आयोजन और भीड़ पर रोक लगाई है. लेकिन रोक के बाद भी बड़ी संख्या में लोग पिकनिक करने मांझर कुंड पहुंचे थे.
हालांकि प्रशासनिक सख्ती के कारण लोगों को मांझर कुंड जाने की इजाजत नहीं मिली. ऐसे में लोगों ने वापस लौटने की बजाए पहाड़ के नीचे ही पिकनिक का लुत्फ उठाया. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की खूब धज्जियां उड़ाई गई.
इधर, पिकनिक मनाने आए लोगों से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मार्च के बाद कहीं नहीं गए हैं, इसलिए काफी दिनों बाद पिकनिक करने घर से बाहर निकले हैं. सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए हम लोग पिकनिक करने आए हैं.