मुजफ्फरपुर: जिले में अवैध ढंग से खून का काला बाजारी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है. इस गिरोह के मेंबर एक हजार रुपये में लोगों से खून खरीदे थे और मुंहमांगे कीमत पर जरूरतमंद लोगों को बेचते थे. खून के खरीद फरोख्त का यह धंधा शहर के रिहायशी मोहल्ले में किराए के मकान में चल रहा था, जहां नवीन नाम का व्यक्ति लोगों के खून का काला कारोबार कर रहा था.


मिली जानकारी अनुसार रविवार की रात इस पूरे मामले का खुलासा हुआ. दरअसल, जिले के मिठनपुरा के मालीधाट-चुनाभट्टी रोड स्थित मधुमाला सिन्हा के मकान में कई दिनों से अवैध तरीके से ब्लड डोनेशन कैम्प चलाया जा रहा था. ऐसे में मोहल्ले के लोगों को शक हुआ और जब पूरे मामले की जांच की गई तो सच्चाई सामने आ गई. दरअसल, रोजाना अलग-अलग लोगों को घर में आते-जाते देख आसपास के लोगों को शक हुआ.


फिर क्या था मोहल्ले वासियों ने उक्त घर में धाबा बोल दिया. घर जाते ही सभी लोग हैरान रह गए. मकान के अंदर कुल 9 लोग थे, जिसमें से तीन भागने में सफल रहे. बाकी 6 लोगों की स्थानीय लोगों ने जमकर पिटाई कर दी, जिसके बाद पुलिस को घटना की सूचना दी. सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और माकन से भारी मात्रा में ब्लड बरामद किया.


मिली जानकारी अनुसार इमली चट्टी निवासी नवीन नामक व्यक्ति द्वारा भोले-भाले लोगों को चंद पैसा देकर खून खरीदने का काम वर्षों से किया जा रहा था, जिसका आज खुलासा हुआ. पकड़े गए छह युवक शहर के ही ब्रहमपुरा किला रोड और रामबाग के रहने वाले हैं, जिनसे मिठनपुरा पुलिस पूछताछ कर रही है.


इस गिरोह का सरगना नवीन और सूरज है, जो फरार चल रहे हैं, जिसकी पुलिस को तलाश है. वहीं मकान जिसमें यह धंधा चल रहा था उसे सील कर दिया गया है. घटनास्थल पर मौजूद पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस जांच कर रही है.