बिहारः प्रतिबंध के बाद भी नहीं रुक रहा बालू का धंधा, चांदन नदी समेत कई घाटों पर हो रहा खनन
बांका के डुमरिया झोझी, नवादा गोपालपुर पर टिकी बालू माफिया व पासरों की विशेष नजर.घाट के आसपास रहने वाले लोगों की शिकायत के बाद भी पुलिस नहीं करती कोई कार्रवाई.
बांका: नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) और सरकार के निर्देश पर अभी जुलाई से सितंबर तक तीन महीने के लिए चांदन सहित जिले की सभी नदियों से बालू उठाव, परिचालन और भंडारण पर प्रतिबंध है. इसके बाद भी बालू माफिया इस अवैध धंधे को छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं. बीते गुरुवार को भी बालू के अवैध धंधे का खेल हो रहा था जिसका वीडियो एबीपी न्यूज के हाथ लगा है.
गुरुवार को यहां धड़ल्ले से ट्रैक्टर के माध्यम से धंधेबाज बालू ढोने का काम कर रहे थे. चांदन नदी के अलावा कैथा, सिंहनान, अमदाहा, डुमरिया, झोझी, भवानीपुर सहित नवादा खरौनी पंचायत के कोल्हनी नदी, बनगांव स्थित कतरिया नदी से दिन-रात बालू का उठाव हो रहा है. एबीपी न्यूज के हाथ जो वीडियो लगा है वह भी चांदन नदी के आसापस हो रहे बालू उठाव का है.
जगह-जगह पासर और लाइनरों की बिछाई गई है जाल
बता दें कि इन दिनों बालू माफिया व पासरों की विशेष नजर डुमरिया झोझी, नवादा गोपालपुर पर टिकी है. ये बालू लोड करने के बाद ट्रैक्टर को मुख्य रोड पर लाने के लिए माफिया व पासर गिरोह अजीतनगर होते हुए अजीतनगर नहर रोड उपरामा, कठौन, नरीपा, मोरामा, ओरहारा मोड़, बरौनी नहर होते हुए नवटोलिया नरीपा मोड़ रोड का इस्तेमाल करते हैं. झोझी घाट पर कुल तीन जगह चांदन नदी के तटबंध को काट कर लीक बनाया गया है जिसको माफिया व पासिंग गिरोह फेरबदल कर अवैध खनन को अंजाम देते हैं.
लोगों ने कहा- फोन नहीं उठाती रजौन थाना की पुलिस
इधर, घाट के आसापास रहने वाले कुछ लोगों ने बताया कि बालू उठाव पर पूर्ण प्रतिबंध रहने के बाद भी बालू माफिया का आतंक जारी है. रात भर ट्रैक्टर की आवाज से लोगों की नींद हराम हो रही है. लोगों ने कहा कि इस संबंध में वे जब रजौन थाना की पुलिस को सूचना देने के लिए फोन करते हैं तो फोन काट दिया जाता है. इस संबंध में रजौन थाना के प्रभारी बुद्धदेव पासवान ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि सूचना मिलती है पेट्रोलिंग टीम जाती है.
चांदन नदी से बालू उठाव पर 2011 से ही रोक
बता दें कि चांदन नदी के पूर्वी तटबंध के घोघा बीयर से लेकर भागलपुर जिले की सीमा पर स्थित सिंहनान तक कुल 13 किलोमीटर बालू खनन पर हाई कोर्ट ने सात नंवबर 2011 से ही रोक लगा दिया है. वहीं, चांदन घाट के कुछ भाग और कई अन्य घाटों पर खनन होता था लेकिन इसे भी अभी नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल और सरकार ने जुलाई से सितंबर तक तीन महीने के लिए प्रतिबंध लगाया है.
इस संबंध में बांका के खान निरीक्षक संजय प्रसाद ने बताया कि उन्होंने दो जुलाई को ही पदभार संभाला है. अब तक रजौन सहित अन्य थाने में आठ मामले दर्ज करते हुए करीब सौ बालू माफिया, ट्रैक्टर चालक और मालिकों पर केस किया गया है. पुलिस की सहयोग से लगातार घाटों पर छापेमारी की जा रही है. बालू लदे वाहनों को भी जब्त कर कार्रवाई की जा रही है.
(रिपोर्टः बांका से कुमुद रंजन राव)
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