पटना: देश भर में एक बार फिर कोरोना के मामलों में वृद्धि दर्ज की गई है. रोजाना नए मामले सामने आ रहे हैं. बिहार के तीन जिले औरंगाबाद, नवादा और जमुई में बीते दिनों कोरोना के नए मामले सामान्य रूप से अधिक सामने आए हैं, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है. विभाग ने इलाके में माइक्रो कॉन्टेनमेन्ट जोन बना कर होम टू होम कोरोना जांच कराने का निर्देश दिया है. कोरोना जांच के लिए एंटीजेन किट और आरटी-पीसीआर की प्रक्रिया का इस्तेमाल किया जाएगा है.


बता दें कि मंगलवार को कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर बिहार के स्वास्थ्य विभाग के मुख्य सचिव ने सभी जिलों के डीएम, आईजी, कमिश्नर, एसएसपी समेत अन्य वरीय अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की. इस बैठक में ये निर्देश दिया गया है. इसके अतिरिक्त बैठक में पुलिस विभाग को कोरोना वॉरियर्स को प्राथमिकता के आधार पर कोरोना वैक्सीन दिलवाने के जिम्मा दिया गया है.


दरअसल, ऐसी सूचना थी कि कोरोना काल के दौरान फ्रंट लाइन में काम करने वाले कोरोना वॉरियर्स वैक्सीन लेने में कोताही बरत रहे हैं, जिसके बाद बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा की गयी और बिहार पुलिस को ये जिम्मेदारी सौंपी गई कि वे सभी को वैक्सीन के प्रति जागरूक कर उनका वैक्सीनेशन करवाएं.


वहीं, स्वास्थ्य विभाग के मुख्य सचिव ने चमकी बुखार (एईएस) को लेकर भी 12 जिलों के जिलाधिकारी के साथ बैठक की. बैठक में उन्होंने ये निर्देश दिया कि जिले में व्यापक स्तर पर चमकी बुखार को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जाए. साथ ही इलाज को लेकर सारी तैयारी रखी जाए. ताकि, समय आने पर उचित उपचार किया जा सके. बता दें कि बीते दिनों बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार का मामला सामने आया था, जिसके बाद से विभाग अलर्ट हो गया है.


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