नई दिल्ली: बिहार के पूर्णिया, कटिहार और सहरसा में आयकर विभाग ने दो सरकारी ठेकेदारों के ठिकानों पर छापेमारी की. साथ ही भागलपुर में भी रेशम के एक व्यापारी के यहां छापेमारी की गई. इस छापेमारी के दौरान ढाई करोड़ रुपये की नकदी जेवरात और कीमती पत्थरों समेत लगभग 10 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी के दस्तावेज भी बरामद होने का दावा किया गया है.


आयकर विभाग के एक आला अधिकारी के मुताबिक, विभाग को गुप्त सूचना मिली थी कि यह सरकारी ठेकेदार और रेशम व्यापारी बड़े पैमाने पर आयकर चोरी कर रहे थे और इसके लिए बाकायदा दस्तावेजों में भी हेराफेरी की जा रही थी. सूचना के आधार पर आयकर अधिकारियों ने इन तीनों लोगों के यहां छापेमारी की.


आयकर विभाग के अधिकारी के मुताबिक छापेमारी के दौरान यह ठेकेदार श्रम परिवहन और वाहन में पेट्रोल भरवाने आदि के नाम पर फर्जी दस्तावेज बना रहे थे. इसके अलावा इन ठेकेदारों ने कुछ बैंकों में ऐसे खाते भी खोले थे जिसके जरिए यह लोग काले धन को सफेद कर रहे थे.


छापेमारी के दौरान अनेक खाली चेकों को भी बरामद किया गया है जिन पर हस्ताक्षर पाए गए हैं. अब तक की जांच के दौरान यह भी पाया गया कि कि इन अघोषित बैंक खातो से बड़े पैमाने पर नकद निकासी भी की जा रही थी.


आरंभिक पूछताछ के दौरान यह लोग इतनी नकदी क्यों निकाल रहे थे इसका कोई उचित कारण नहीं बता पाए हैं. रेशम व्यापारी के यहां मारे गए छापे के दौरान भी इसी तरह की अनेक गड़बड़ियां पाई गई हैं.


आयकर के आला अधिकारी के मुताबिक लगभग 10 करोड़ रुपये के ऐसे दस्तावेज पाए गए हैं जिनका प्रयोग अचल संपत्तियों को खरीदने में किया गया है. छापेमारी के दौरान अनेक अहम दस्तावेज भी बरामद हुए हैं जिनकी जांच का काम जारी है.


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