पटना: बिहार के चर्चित रूपेश हत्याकांड की गुत्थी बिहार पुलिस ने सुलझा ली है. वहीं, हत्या में शामिल चार आरोपियों में से एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी कर लिया है. पटना के एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रूपेश की हत्या रोडरेज में होने के बात की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि रूपेश की हत्या के आरोपियों को बड़ी मुश्किल से पकड़ने के बाद पुलिस इस मामले को हल कर पाई है.


हादसे के बाद सबक सीखने का बनाया मन


इस चर्चित घटना को अंजाम देने की कहानी हैरान करने वाली है. दरअसल, रूपेश की हत्या एक रोडरेज का मामला है. पुलिस के मुताबिक 28 नवंबर को रितुराज नाम के व्यक्ति के साथ रूपेश की गाड़ी पटना स्थित एलजेपी कार्यालय ठीक सामने टकराते-टकराते बची थी. हालांकि, उस वक्त रूपेश और रितुराज के बीच हल्की बहस हुई थी. इसी दौरान रितुराज ने रूपेश को सबक सीखाने का मन बनाया था. आरोपी ने मीडिया के सामने खुद इस घटना को कबूल किया है.


आरोपी रितुराज को नहीं मालूम था कौन हैं रूपेश?


हालांकि, पुलिस के मुताबिक हत्या को अंजाम देने तक आरोपी को यह नहीं मालूम था कि रूपेश कौन हैं और क्या करते हैं? लेकिन विवाद के बाद आरोपी ने रूपेश की गाड़ी की रेकी और यह पता लगा लिया कि वह पुनाईचक स्थित एक अपार्टमेंट में रहते हैं. इसके बाद आरोपी चार बार रूपेश की हत्या करने की नियत से पुनाईचक पहुंचा, लेकिन उसे सही मौका नहीं मिला. पुलिस के मुताबिक एक बार घटनास्थल के पास पुलिस की मौजूदगी ने रितुराज के इरादों पर पानी फेर दिया, तो एक बार रूपेश घर से बाहर ही नहीं निकले. इसी क्रम में 12 जनवरी को जब उसे मौका मिला तो उसने रूपेश की हत्या कर दी और फरार हो गया.


इधर, जांच में लगी पुलिस टीम ने जब 200 से अधिक सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को देखा, तो पाया कि घटना के दिन दो बाइक पर सवार चार लोग लागतार रूपेश की घर के ओर आना-जाना कर रहे थे. इस मामले की तफशीश के लिए पुलिस टीम ने पुनाईचक इलाके की ओर आने-जाने वाली सड़कों पर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को खंगाला. इसके बाद पुलिस को कुछ अहम सुराग मिले. फिर पुलिस पीओ की मदद से उस जगह को तलाशने में कामयाब रही, जहां से अपराधियों की गाड़ी हत्या के पहले आ रही थी.


आरोपी ने जुर्म को किया कबूल


अहम सुराग मिलने के बाद पुलिस ने कार्रवाई तेज की और रितुराज को दबोच लिया. गिरफ्तार किए गए रितुराज ने भी पुलिस द्वारा बताई गई सभी बातों को कबूल किया है. उसने कहा कि वो इस बात से दुखी था कि रूपेश की गाड़ी से वो मरते-मरते बचा है.


एसएसपी ने बताया कि घटनास्थल से 5 खोखे बरामद हुए थे. शुरुआती जानकारी के बाद उन्होंने कार्रवाई शुरू की थी. एसटीएफ को भी काम में लगाया गया था. उन्होंने कहा कि जो इनपुट मिले सबका वेरिफ़िकेशन किया गया. 50 लोगों से पूछताछ हुई. इसी क्रम में मामले का खुलासा हुआ और अपराधी को उन्होंने मंगलवार को आरके नगर इलाके से गिरफ़्तार कर लिया.


पुलिस ने बताया कि अपराधी रितुराज के पिता की नौबतपुर में ईंट की भट्ठी है. आरोपी को बाइक बदलने की आदत थी और वो इसके लिए बाइक चोरी करता था. गौर करने वाली बात ये है कि रितुराज ने जयपुर की एक यूनिवर्सिटी से भूगोल की पढ़ाई की है. वो दिल्ली के किसी कॉल सेंटर में भी काम करता था. वहीं , पिछले दो-तीन साल से चोरी के काम संलिप्त हो गया था.


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