Rupesh Singh Murder News: पटना के चर्चित इंडिगो स्टेशन इंचार्ज रुपेश सिंह हत्याकांड में मंगलवार (06 अगस्त) को निचली अदालत ने साक्ष्य के अभाव में सभी चारों आरोपितों को बरी कर दिया. इस हत्याकांड में ऋतुराज, सौरभ, पुष्कर और आर्यन जायसवाल को आरोपित बनाया गया था. अब सबसे बड़ा सवाल है कि इन लोगों ने जब हत्या नहीं की थी तो किसने की है? इसको लेकर रुपेश सिंह के घर वाले कई तरह के सवाल उठा रहे हैं. बुधवार (07 अगस्त) को एबीपी न्यूज़ ने रुपेश सिंह के परिवार से बात की. पढ़िए उन्होंने क्या कुछ कहा है.


रुपेश सिंह की पत्नी नीतू सिंह कैमरे पर रोने लगीं. उन्होंने न्याय की गुहार लगाते हुए सवाल पूछा कि अगर इन चार आरोपितों ने हत्या नहीं की तो फिर किसने की? क्यों की? किसने कराई? यह मुझे बताया जाए. उन्होंने कहा कि कोर्ट का निर्णय अपनी जगह है, लेकिन जिस तरह से आरोपितों को बरी करने का आदेश हुआ इससे मुझे बहुत डर लग रहा है. उन्होंने अपनी सुरक्षा बढ़ाने की मांग की. यह भी कहा कि वह न्याय के लिए हाईकोर्ट जाएंगी. सीबीआई जांच की मांग की. 


'नीतीश कुमार से मिलना चाहते हैं...'


पत्नी नीतू सिंह ने कहा, "सीएम नीतीश से मिलना चाहते हैं. अपनी बात रखेंगे. मेरे दो छोटे-छोटे बच्चे हैं. मैं कैसे रहूंगी? पुलिस ने इस हत्या के पीछे रोडरेज का दावा किया था, लेकिन पुलिस की इस थ्योरी से हम पहले भी सहमत नहीं थे, न अब हैं. रोडरेज का मामला नहीं था. पुलिस जांच ठीक से नहीं हुई. मुझे दो सुरक्षा गार्ड दिए गए थे. एक हटा लिया गया है. सुरक्षा बढ़ाने के लिए हम पुलिस कार्यालय में चक्कर काट रहे हैं, लेकिन मेरी कोई मदद नहीं कर रहा है." 


वहीं रुपेश सिंह की भगिनी सोमी ने कहा कि हम लोगों को पूरी उम्मीद थी कि आरोपितों को सजा मिलेगी, लेकिन बरी कर दिया गया. हम लोगों को न्याय नहीं मिला. साढ़े तीन साल से इंतजार कर रहे हैं. पहले दो सुरक्षा गार्ड थे. अब एक है. पुलिस ने हम लोगों को कई सबूत दिखाए थे, लेकिन कोर्ट में क्या सबूत दिया गया हम लोगों को नहीं पता. आरोपित बरी हो जाएंगे इसकी उम्मीद नहीं थी. उन लोगों का सिविल कोर्ट से बेल पहले रिजेक्ट हो गया था. जब वह लोग दोषी नहीं थे तो पहले बेल रिजेक्ट क्यों हुआ था? अचानक बाइज्जत बरी कर दिया गया. 


साल 2021 की है पूरी घटना


बता दें यह मामला शास्त्री नगर थाना कांड संख्या 23 /2021 का है. पटना के पुनाईचक इलाके में 12 जनवरी 2021 को रुपेश सिंह की गोली मारकर हत्या की गई थी. वह पटना एयरपोर्ट से ड्यूटी खत्म कर पुनाई चक स्थित अपने घर लौट रहे थे. इसी दौरान उनके अपार्टमेंट के गेट के पास घात लगाए बाइक सवार बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी थी. अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन उनकी मौत हो गई थी.


पुलिस इस चर्चित हत्याकांड में एक भी चश्मदीद कोर्ट में पेश नहीं कर सकी. सबसे बड़ा सवाल यह है कि रुपेश की हत्या किसने की? किसने कराई? हत्या के पीछे अपराधियों का क्या मकसद था? हालांकि पुलिस ने इस हत्या के पीछे रोडरेज का दावा किया था. अनुसंधान के बाद पुलिस ने इन चारों अभियुक्तों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था. मामले में 9 नवंबर 2023 को चारों अभियुक्तों के खिलाफ आरोप गठन किया गया था. 


इस मामले में पटना पुलिस का दावा था कि नवंबर 2020 में रोड रेज के मामले में ऋतुराज के साथ रुपेश सिंह की कहासुनी हुई थी. बात हाथापाई तक पहुंच गई थी, इस मामले में बदला लेने के लिए ऋतुराज ने हत्या की प्लानिंग की थी. इस घटना से बिहार सहित पूरे देश में सनसनी फैल गई थी. सीएम नीतीश ने तत्कालीन डीजीपी से कहा भी था कि तेजी से जांच कर अपराधियों को पकड़िए और स्पीडी ट्रायल चलाकर अपराधियों को सजा दिलाएं.


यह भी पढ़ें- Bihar Crime News: अररिया के रानीगंज में कारोबारी की हत्या, सिर में मारी गोली... लूट ले गए रुपये