पटना: बिहार शिक्षा विभाग (Bihar Education Department) इन दिनों काफी सुर्खियों में है. एक तरफ शिक्षक भर्ती में नई डोमेशियल नीति को लेकर शिक्षा विभाग का अभ्यर्थी विरोध कर रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ शिक्षा विभाग का एक नया फरमान चर्चा में है. शिक्षा विभाग ने बुधवार को एक अधिसूचना जारी किया है. जिसमें कर्मियों को लेकर निर्देश दिया गया है. अधिसूचना के अनुसार कर्मियों को जींस-टी-शर्ट पहनकर कार्यालय आने पर प्रतिबंधित किया गया है. कर्मियों को फॉर्मल ड्रेस पहन कर आने के लिए कहा गया है. वहीं, विभाग के इस निर्देश की हर तरफ चर्चा हो रही है.
'अनौपचारिक परिधान जैसे जींस, टी-शर्ट आदि नहीं पहनेंगे.'
शिक्षा विभाग के इस निर्देश में कहा गया कि 'विभाग में पदाधिकारी और कर्मी कार्यालय अनौपचारिक परिधान में आ रहे हैं, जो कार्यालय के गरिमा के प्रतिकूल है. शिक्षा विभाग, बिहार, पटना में पदास्थापित सभी पदाधिकारी और कर्मी से कार्यालय में औपचारिक परिधान में ही कार्यालय आने की अपेक्षा की जाती है. कार्यालय में अनौपचारिक परिधान जैसे जींस, टी-शर्ट आदि नहीं पहनेंगे.'
शिक्षा अभ्यर्थी नई डोमिसाइल नीति का कर रहे हैं विरोध
वहीं, मंगलवार को कैबिनेट में 25 एजेंडों पर मुहर लगी. इसमें नई शिक्षक बहाली नियमावली में भी संशोधन किया गया. इससे यह साफ हो गया कि अब दूसरे राज्यों के अभ्यर्थी भी बिहार में होने वाली शिक्षक बहाली में भाग ले सकेंगे. यह निर्णय आते ही अब विरोध हो रहा है. शिक्षक भर्ती को लेकर नीतीश सरकार के नए निर्देश के बाद पूरे राज्य के शिक्षक अभ्यर्थी खिलाफ में हैं. शिक्षक अभ्यर्थी नई डोमिसाइल नीति का विरोध कर रहे हैं. इस पर शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने संशोधन नियमावली पर कहा है कि बहाली में अंग्रेजी, गणित और विज्ञान के कॉम्पिटेटिव अभ्यर्थी नहीं मिल पाते हैं. सीट खाली रह जाती थी जिसके बाद सरकार ने इस तरह का निर्णय लिया है.
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