राजगीर में रोप-वे के बेस स्टेशन के पास इंटिग्रेटेड बिल्डिंग का होगा निर्माण, मिलेगी पार्किंग सहित कई अन्य सुविधाएं
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में इको टूरिज्म की असीम संभावनाएं हैं. इसलिए इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन विभाग एक टीम बनाकर काम करें.
पटना: राजधानी पटना में गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के जरिए बिहार राज्य वन्य प्राणी पार्षद की 9वीं बैठक संपन्न हुई. बैठक में सीएम नीतीश ने राज्य में इको टूरिज़्म को बढ़ावा देने के लिए कई निर्देश दिए. इस दौरान उन्होंने बताया, " राजगीर में दोनों रोप-वे (नया और पुराना) के बेस स्टेशन के पास इंटिग्रेटेड बिल्डिंग का निर्माण किया जाएगा, जिसमें सभी गाड़ियों की एक साथ पार्किंग, पर्यटकों के लिए रेस्टोरेंट और अन्य जरूरी सुविधाएं उपलब्ध होंगी." सीएम नीतीश ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस बिल्डिंग का निर्माण काम जल्द आरंभ करें."
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में इको टूरिज्म की असीम संभावनाएं हैं. ऐसे में वाल्मिकीनगर, मंगुराहा (पश्चिमी चंपारण), राजगीर, गया, नवादा, अररिया, कैमूर सहित अन्य स्थानों पर भी इको टूरिज्म को विकसित करें. उन्होंने कहा, " इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन विभाग एक टीम बनाकर काम करें. निर्माणाधीन सभी रोप-वे का निर्माण काम जल्द पूरा करें. राजगीर में बनाई जाने वाली एलिवेटेड सड़क के निर्माण के बाद आवागमन में काफी सहुलियत होगी आउट इस क्षेत्र का और विकास होगा. इसके निर्माण के लिए कार्रवाई जल्द आरंभ करें."
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान सीएम नीतीश रानीगंज वृक्ष वाटिका, फारबिसगंज, अररिया में नया चिड़ियाघर बनाने के लिए सहमति दी. वहीं उन्होंने अधिकारियों को इंटरनेट के माध्यम से लोगों के लिए संजय गांधी जैविक उद्यान, पटना में रह रहे जानवरों की लाइव स्ट्रीम देखने की व्यवस्था के लिये सभी आवश्यक कार्रवाई पूरा करने का निर्देश दिया.
बैठक की अन्य महत्वपूर्ण बातें-
1. वेटनरी विश्वविद्यालय में अब पालतू जीवों के साथ-साथ वन्य प्राणी चिकित्सा और सेहत प्रबंधन के भी कोर्स शामिल किए गए हैं. 15-22 फरवरी 2020 में गुजरात के गांधीनगर में आयोजित प्रवासी वन्यप्राणी के 13वें सम्मेलन में बिहार में वन्य जीवों और प्रवासी पक्षियों के संरक्षण के लिए किए जा रहे कामों की प्रशंसा की गई.
2. प्रवासी वन्यप्राणी के 13वें सम्मेलन में प्रवासी पक्षियों के अनुश्रवण के लिए भागलपुर में रिंगिंग और माॅनिटरिंग स्टेशन स्थापित करने के लिए बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसायटी, मुंबई के साथ पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन विभाग ने एक समझौता किया है. मंगुराहा में नेचर अवेयरनेस सेंटर की स्थापना की गई है.
3. वाल्मिकीनगर में इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए गंडक नदी में मोटर बोट सेवा के साथ-साथ नेचर सफारी, टूर पैकेज, प्रतिदिन निःशुल्क सांस्कृतिक कार्यक्रम की व्यवस्था की गई है. सोशल मीडिया के माध्यम से अलग-अलग जानवरों और पक्षियों के संबंध में और प्रकृति संरक्षण के लिए किए जा रहे काम की विस्तृत जानकारी लोगों को दी जा रही है.